रांची(RANCHI)महामहिम द्रोपदी मुर्मू का झारखंड की तीन दिवसीय यात्रा का समापन हो गया. इन तीन दिनों तक झारखंड की सारी राजनीतिक गतिविधियां ठहरी हुई दिखलायी दी. लेकिन उनके जाने के साथ ही एक बार फिर से राजनीतिक बयान बाजियों की शुरुआत हो चुकी है. एक दूसरे को निशाने पर लिया जाने लगा है और इसकी शुरुआत हुई है भाजपा प्रदेश अध्य़क्ष दीपक प्रकाश की ओर से.
क्या है मामला
दरअसल राजभवन में द्रोपदी मुर्मू का एक कार्यक्रम था, इस कार्यक्रम में शरीक होने के लिए भाजपा नेता राजभवन गये थें, इसमें भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश, आदित्य साहू और समीर उरांव भी थें. दावा किया जाता है कि वहां तैनात सुरक्षा कर्मियों के द्वारा उनसे पास की मांग की गयी, और अपना-अपना आई कार्ड दिखलाने को कहा गया. अब इसी को मुद्दा बनाया जा रहा है. भाजपा नेताओं का कहना है कि गेट पर खड़े सुरक्षा प्रहरियों के द्वारा चून-चून कर भाजपा नेताओं से पास की मांग की गयी, जबकि सारे जवान झारखंड के ही थें, वे झारखंड की राजनीति के सारे चेहरों को जानते पहचानते थें, बावजूद एक साजिश के तहत उन्हे जाने से रोका गया.
समीर उरांव और आदित्य साहू के पास नहीं था पास कार्ड
बताया जा रहा है कि दीपक प्रकाश के पास कार्ड था, लेकिन भाजपा नेता समीर उरांव और आदित्य साहू के पास कार्ड नहीं था, जिसके बाद सुरक्षा कर्मियों की ओर कहा गया कि बगैर पास कार्ड के वह अन्दर जाने की अनुमति नहीं दे सकते. दीपक प्रकाश अब इसे एक साजिश और अमर्यादित आचरण बता रहे हैं. मामले में समीर उरांव का कहना है कि गेट पर झारखंड की पुलिस ही तैनात थी. झारखंड पुलिस कुछ भी कर सकती है.
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