Ranchi-झारखंड में युवाओं के बीच एड्स संक्रमण काफी तेजी से विस्तार ले रहा है. और खास बात यह है कि युवा पीढ़ी के साथ ही बुजुर्ग, बच्चे और ट्रांसजेंडर्स भी इससे अछूते नहीं है. प्राप्त जानकारी के अनुसार राज्य में एड्स संक्रमितों की सबसे अधिक संख्या हजारीबाग तो दूसरे स्थान पर जमशेदपुर है. इन आंकडों को इस चार्ट के माध्यम से समझा जा सकता है.
जिला पुरुष महिला बच्चे
बोकारो |
338 |
251 |
35 |
देवघर |
385 |
358 |
58 |
धनबाद |
716 |
528 |
96 |
डालटेनगंज |
656 |
634 |
86 |
दुमका |
170 |
186 |
18 |
गिरिडीह |
615 |
695 |
47 |
गुमला |
76 |
70 |
17 |
हजारीबाग |
1406 |
1719 |
339 |
जमशेदपुर |
1357 |
861 |
142 |
कोडरमा |
452 |
532 |
75 |
साहिबगंज |
249 |
265 |
48 |
चाईबासा |
173 |
125 |
14 |
रांची |
767 |
580 |
128 |
स्वास्थ्य विभाग के जुड़े अधिकारियों का कहना है कि वर्ष 2020-21 में 1380 मरीजों की पहचान हुई थी, जबकि वर्ष 2021-22 में यह आंकड़ा 1452 तक पहुंच गया, लेकिन 2022-23 आते आते यह आंकड़ा 1890 तक पहुंच गया. और यह हालत तब है कि जब स्वास्थ्य विभाग लगातार इस संक्रमण को लेकर जागरुकता अभियान चलाने का दावा कर रहा है. दिसम्बर माह में भी इसको लेकर पूरे राज्य में जागरुकता अभियान चलाने की तैयारी है.
ट्रक चालक और प्रवासी मजदूरों से फैल रहा संक्रमण
दावा किया जाता है कि राज्य में संक्रमण की मुख्य वजह ट्रक चालक और दूसरे राज्यों का प्रवास है. बताया जाता है कि झारखंड के जो मजदूर अपने बाल बच्चों को छोड़ कर दूसरे राज्यों में काम की खोज में जाते हैं, इस एकाकी जीवन में यह संक्रमण उनका साथी बन जाता है, यही कारण है कि अब स्वास्थ्य विभाग इन समूहों के बीच भी जागरुकता अभियान को तेज करने की तैयारी में है. ध्यान रहे कि एड्स एचआईवी नामक विषाणु के संक्रमण से फैलता है, मुख्य रुप से यह असुरक्षित यौन संबंध बनाने के कारण फैलता है, हालांकि संक्रमित मां से यह गर्भ के बच्चों तक भी पहुंच सकता है.
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