ना उम्र की सीमा हो ना जन्म का हो बंधन...... अफ्रीकी सौन्दर्य में पागल बिहारी इंजीनियर

भारत आते ही रामनगर शहर में पूरे धूम धाम के साथ शादी की तैयारी शुरु हो गयी, लेकिन लोगों की आंख तब खुली रह गयी जब अमित भारतीय परंपरा के अनुसार एक घोड़ी पर सवार होकर फूलों का हार लिए किम मोलेनार के सामने आया. किम मोलेनार तो इसकी कल्पना भी नहीं की थी. खैर, घोड़ी से उतर अमित ने  जैसे ही किम के साथ जन्म जन्मान्तर तक एक दूसरे का साथ निभाने का कसम दुहराया. लोग बरबस तालियां बजाने को मजबूर हो गयें.

ना उम्र की सीमा हो ना जन्म का हो बंधन...... अफ्रीकी सौन्दर्य में पागल बिहारी इंजीनियर