हाजीपुर: पढ़ाई की जिद्द ने ली विवाहित की जान, मायके वालों ने सुसुराल पक्ष पर किया FIR
हाज़ीपुर (HAJIPUR) : एक तरफ बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के नारे लगते हैं, सरकार इसे लेकर जागरूकता फैला रही है. वहीं दूसरी तरफ आए-दिन ऐसे दृश्य सामने आते है जहां बेटियों को केवल घर के काम के लिए ही रखा जाता और समय रहते उनकी जल्दी शादी करा दी जाती है. यदि वो पढ़ाई के लिए जिक्र तक करें तो उनपर कई अत्याचार होते हैं. ऐसा ही एक शर्मसार कर देने वाला मामला सामने आया है. जहां बिहार के हाजीपुर की पिंकी को सिर्फ इसीलिए जान गवानी पड़ी क्योंकि पिंकी पढ़ना चाहती थी. फ़ार्म भरने की जिद की तो ससुराल वालों ने उसकी हत्या कर दी. वो टीचर बन बच्चों को पढ़ाना चाहती थी, लेकिन सपना पूरा होने से पहले ही उस सपने को तोड़ दिया गया.
क्या है पूरा मामला
जलालपुर की पिंकी के घरवालों ने पढ़ाई कराते कराते पिंकी की शादी करवा दी थी. वैशाली जिले के बिद्दूपुर मझौली में अपने ससुराल पहुंची पिंकी ने ससुराल में रहते हुए ही नर्सरी के बच्चों को पढ़ाने के लिए टीचर्स ट्रेनिंग की पढ़ाई जारी रखी, और टीचर्स ट्रेनिंग की अपनी पहले साल साल की पढ़ाई अच्छे नम्बरों से पास कर लिया. दूसरे सत्र की शुरुआत होने को हुई तो ससुरालवालों ने पिंकी की पढ़ाई पर एतराज जाहिर किया और आगे की पढ़ाई और कोर्स पूरा कराने से मना कर दिया. पढ़ाई की जिद की वजह से पति और ससुराल वाले पढ़ाई छोड़ने को लेकर उसको प्रताड़ित किया करते थे. 10 अप्रैल को पिंकी के संस्थान से फार्म भरने के आखरी दिन होने का मैसेज आया जिसको लेकर ससुराल में पिंकी और उसके ससुरालवालों का विवाद हो गया. जिसके बाद पढ़ाई की जिद की वजह से उसकी हत्या कर दी गई.
परिवार वालों का आरोप
पिंकी के हत्या के बाद परिजनों ने आरोप लगाया है की पढ़ाई जारी रखने के लिए पिंकी को ना केवल अपने ससुराल और पति का विरोध झेलना पड़ रहा था बल्कि आए दिन उसके साथ मारपीट भी की जाती थी. घटना के बाद मौके पर पहुंचे बिद्दूपुर थाने के SHO धरमवीर महतो ने बताया की शुरूआती जांच में पैसे को लेकर झगडे की बात सामने आई है. मायके वालों के बयान पर दहेज़ अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर पुलिस कार्रवाई कर रही है.
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