दुमका (DUMKA) : उत्तर प्रदेश बरेली की एसडीएम ज्योति मौर्य और उसके पति आलोक मौर्य के नाम से तो आप सभी वाकिफ होंगे. ज्योति मौर्य की खबर आने के बाद कई जगहों से इस तरह की खबर आने लगी. इस घटना ने समाज मे एक बहस छेड़ दी था कि क्या शादी के बाद एक पति को अपनी पत्नी की पढ़ाई जारी रखनी चाहिए, या फिर पत्नी को चूल्हा चौका ही संभालने देनी चाहिए. सभी के अपने-अपने तर्क है.
पति ने पत्नी को ANM का कराया कोर्स
इन सबके बीच ताजा मामला झारखंड के गोड्डा जिला से सामने आया है. कहानी की शुरुवात आपको बॉलीवुड की फ़िल्म सूर्यबंशम की लगेगी. लेकिन अंत वैसा नहीं है. डिलीवरी बॉय का काम करने वाले पति ने कर्ज लेकर पत्नी को ANM का कोर्स करवाया. डिग्री मिलने के बाद पत्नी एक निजी नर्सिंग होम में इंटर्नशीप करने लगी. घर से बाहर निकलने की आजादी मिली तो पत्नी अपने पति को छोड़ प्रेमी के साथ फरार हो गयी.
नगर थाना के कठौन निवासी टिंकू कुमार की शादी लगभग डेढ़ वर्ष पूर्व बढ़ोना निवासी प्रिया कुमारी से हुई. तंगहाली में जीवन सर करने वाले टिंकू कुमार अपनी पढ़ाई पूरी नहीं कर पाया. पारिवारिक जिम्मेदारी ने उसे मजदूर बना दिया. लेकिन वह अपनी पत्नी को पढ़ा लिखा कर एक मुकाम पाना चाहता था ताकि एक बेहतर कल का निर्माण हो सके. पत्नी भी पढ़ना चाहती थी. उसने अपने पति से कहा था कि वह ANM का कोर्स करना चाहती है. टिंकू ने अपनी सहमति दे दी. लेकिन सवाल पढ़ाई में आने वाली खर्च का था. टिंकू ने मेहनत मकदूरी से अर्जित रुपये के साथ कर्ज लेकर पत्नी का दाखिला ANM कोर्स में करवाया. इसमें लगभग उसके 2.50 लाख रुपए खर्च हो गए. पत्नी ने भी मेहनत से ANM की डिग्री लेने के बाद एक निजी नर्सिंग होम में इंटर्नशीप करने लगी.
पत्नी अपने आशिक के साथ हुई फरार
पति बेहतर कल का सपना देख रहा था. इसी बीच 17 सितंबर 2023 को प्रिया अपने आशिक संग फरार हो गयी. आशिक कोई और नहीं बल्कि उसके ही गांव का दिलखुश है. टिंकू ने अपने स्तर से अपनी पत्नी प्रिया की तलाश शुरू की. जब उसे पता चला कि प्रिया फिलहाल अपने प्रेमी दिलखुश के साथ दिल्ली में है और अब तो दोनों ने शादी भी कर ली है तो टिंकू गोड्डा नगर थाना पहुच कर पुलिस को मामले से अवगत कराया और लिखित आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाया.
गोड्डा में बना चर्चा का विषय
टिंकू के आवेदन पर पुलिस की क्या कार्रवाई होती है यह तो समय आने पर ही पता चलेगा. लेकिन, फिलहाल यह घटना गोड्डा में चर्चा का विषय बना हुआ है. समाज मे एक बहस छिड़ गया है कि पत्नी को कितनी आजादी देनी चाहिए. वैसे तो महिला सशक्तिकरण का हवाला देकर महिला आरक्षण बिल पारित किया गया. आज हर क्षेत्र में महिलाएं पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रही है. लेकिन किसी एक के कारण पूरी बिरादरी बदनाम होती है.
रिपोर्ट. अजित/पंचम
4+