रांची(RANCHI): झारखंड में जमीन घोटाले मामले में ED की कार्रवाई तेज है. ताबड़तोड़ कार्रवाई से कई लोगों की नींद उड़ी हुई है. वहीं दूसरी ओर विपक्ष इस घोटाले को मुद्दा बना कर सरकार को घेरने में लगा है. तमाम घोटाले में सरकार पर सवाल उठा रहा है. ईडी ने बरियातू और बजरा की जमीन को जैसे ही जब्त किया झारखंड में राजनीति शुरू हो गई है. भाजपा विधायक दल नेता बाबूलाल मरांडी ने ट्वीट कर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को निशाने पर लिया. बाबूलाल ने सीधे बजरा भूमि कब्जे का आरोप मुख्यमंत्री पर लगाया है.
कुछ याद है हेमंत सोरेन जी या डर के मारे पूरी याददाश्त चली गई?
— Babulal Marandi (@yourBabulal) June 12, 2023
ये बजरा वाली वही ज़मीन है जहां आपने दो सौ-ढाई सौ पुलिस फ़ोर्स लगाकर, टेंट लगाकर दिन-रात जबरन क़ब्ज़ा करवाया था। पुलिस ने तो नीचता की हद पार कर इंट-पत्थर जोड़ने के काम तक में हाथ बँटाया था।
इस ज़मीन महा घोटाले की ओर… https://t.co/uTvgsQQwA3
पुलिस ने तो सत्ता के निशाने पर काम किया लेकिन ED ने सच्चाई सामने लाया
बता दे कि झारखंड में अधिकारियों और भू माफियाओं ने सेना की कब्जे वाली जमीन के अलावा बजरा मौजा की जमीन को फर्जी तरीके से दस्तावेज बना कर बेच दिया था. इस जमीन घोटाले में जैसे जैसे खुलासे हो रहे है. वैसे विपक्ष सरकार पर आक्रामक हो कर वार कर रही है. बाबूलाल ने झारखंड पुलिस की कार्रवाई पर भी सवाल उठाया और कहा कि पुलिस ने तो सत्ता के निशाने पर काम किया लेकिन ED सभी घोटाले की जांच कर सच्चाई सामने ला रही है. बाबूलाल ने हेमंत सोरेन से पूछा की किसके इशारे और दबाव में पुलिस ने कोई जांच नहीं किया है. पुलिस को इतनी हिम्मत कहां से मिली इसका जवाब देना होगा.
कौन कौन से लोगों के नाम सामने आएंगे
बता दे कि पिछले एक साल से झारखंड में जमीन घोटाले की जांच ईडी कर रही है. सेना की कब्जे से लेकर अन्य जमीन की फर्जी तरीके से खरीद बिक्री की गई है. इस पूरे खेल में रांची के कई बड़े कारोबारी,अधिकारी और माफिया शामिल है. बड़े पैमाने पर जमीन हेरा फेरी का खेल खेला जा रहा था. लेकिन जैसे ही ईडी की कार्रवाई हुई तो आईएएस अधिकारी से लेकर राजस्व कर्मचारी और दलाल सलाखों के पीछे चले गए. अब इस जांच में और कौन -कौन से लोगों के नाम सामने आएंगे वह आने वाला वक्त बताएगा.
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