कैद में हेमंत तो मोर्चे पर बसंत! योजनाओं को सरजमीन उतारते सीएम चंपाई! छोटे सोरेन के इन आंसुओं में डूब नहीं जाय भाजपा का सपना

इन आंसुओं का संथाल से लेकर कोल्हान तक क्या असर होने वाला है, जिस संथाल को झामुमो को गढ़ माना जाता है, क्या उस संथाल में ये आंसु निरर्थक साबित होंगे, जिस कोल्हान की 14 सीटों में आज एक भी भाजपा के पास नहीं है. क्या इन आंसुओं में डूब कर भी भाजपा अपना कमल खिलाने में कामयाब होगी, क्या उस कोल्हान में जहां से अब खुद चंपाई आते हैं, भाजपा की मुश्किलें बढ़ती नजर नहीं आती है, और यह स्थिति तब है, जबकि अब तक कल्पना सोरेन ने मोर्चा नहीं खोला है, कल्पना कीजिये, कि सीता सोरेन के साथ कल्पना की जुगलबंदी तेज होती है, दोनों एक साथ आदिवासी समाज के बीच अपने परिवार पर सियासी जुल्म की कहानियां परोसेंगे तो हालत में भाजपा किस सैलाब में डूबता नजर आयेगा

कैद में हेमंत तो मोर्चे पर बसंत! योजनाओं को सरजमीन उतारते सीएम चंपाई! छोटे सोरेन के इन आंसुओं में डूब नहीं जाय भाजपा का सपना