टीएनपी डेस्क(TNP DESK): जनता दल सेक्युलर नेता और पूर्व मुख्यमंत्री एच. डी. कुमारस्वामी ने आरएसएस को निशाने पर लेते हुए भाजता नेता प्रह्लाद जोशी पर बड़ा हमला बोला है. वोक्कलिंगा (अन्य पिछड़ा वर्ग) समुदाय से आने वाले एच. डी. कुमारस्वामी ने कहा है कि आरएसएस की रणनीति एक पेशवा ब्राह्मण प्रह्लाद जोशी को कर्नाटक का बागडोर सौंपने की है. एच. डी. कुमारस्वामी यही नहीं रुकें, उन्होंने यहां तक कह दिया कि प्रह्लाद जोशी महाराष्ट्र के पेशवा जाति से हैं और संस्कृति विहीन हैं.
पेशवाओं पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की हत्या का आरोप
उन्होंने कहा कि ब्राह्मण तीन प्रकार के होते हैं. जोशी वही पेशवा ब्राह्मण है जिसके द्वारा श्रृंगेरी मठ में मूर्तियां नष्ट की गयी थी, राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की हत्या की गयी थी. जोशी कर्नाटक का ब्राह्मण नहीं है, कर्नाटक का ब्राह्मण तो सर्व जन सुखिनो भवन्तु (सबका भला हो) के सिद्धांत में विश्वास करता है, लेकिन जोशी की इस विचारधारा में आस्था नहीं है.
दलित पिछड़ों को कभी भी पेशवा सीएम स्वीकार नहीं
पेशवाओं को निशाने पर लेते हुए एच. डी. कुमारस्वामी ने कहा कि पेशवा ब्राह्मणों सोच ही विभाजनकारी है, षडयंत्रकारी राजनीति इनका पेशा है. इनकी कोशिश उन लोगों को खत्म करना है जिसके द्वारा राष्ट्र निर्माण में योगदान दिया गया है. उन्होंने कहा कि वीरशैवों (लिंगायतों), वोक्कालिगाओं, दलितों और अन्य पिछड़ी जातियों (ओबीसी) के द्वारा किसी पेशवा को सीएम के रुप में कभी स्वीकार नहीं किया जा सकता, हम इन जातियों को अगाह कर रहे हैं कि वे आरएसएस की इस चाल को समझ लें, जितनी जल्दी वे इस सच्चाई को समझेंगे उनके लिए उतना ही अच्छा रहेगा.
राज्य में आठ-आठ डिप्टी सीएम बना कर सबों को झुनझुना थमाने की योजना
एच. डी. कुमारस्वामी ने कहा कि हमें आरएसएस की हर चाल समझनी होगी और उसका काट तैयार करना होगा. एच. डी. कुमारस्वामी ने यह दावा भी किया आरएसएस की योजना जोशी को सीएम बनाकर राज्य में आठ-आठ डिप्टी सीएम लाने की है, ताकि सबों को झुनझुना थमाया जा सके. आरएसएस इस मुद्दे पर पहले ही बैठक कर चुकी है..
कुछ दिनों से कुमारस्वामी को निशाने पर लेते रहें हैं प्रह्लाद जोशी
यहां बता दें प्रह्लाद जोशी पिछले कुछ दिनों से लगातार कुमास्वामी को निशाने पर लेते रहे हैं, कुमारस्वामी की पंचरत्न यात्रा पर भी जोशी ने निशाना साधा था, पूर्व प्रधानमंत्री देवेगौड़ा के परिवारों की संख्या बताते हुए जोशी ने तंज कसा था कि यह समझ से परे हैं कि इस यात्रा का नाम पंचरत्न क्यों रखा गया, इसका नाम को नवग्रह होना चाहिए था.
मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई पर लग रहें हैं भ्रष्ट्राचार के आरोप
खबर यह भी है कि राज्य के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई जो खुद लिंगायत समुदाय से आते हैं, के प्रति लोगों में भारी नाराजगी है, उन पर भ्रष्ट्राचार के गंभीर आरोप लग रहे हैं, भाजपा की योजना मुख्यमंत्री का चेहरा बदलने की है, प्रह्लाद जोशी भाजपा की पंसद भी हैं, लेकिन राज्य की एक बड़ी आबादी लिंगायतों, वोक्कलिंगा और दूसरे पिछड़ी जातियों की है, कुमारस्वामी की कोशिश समय से पहले भाजपा की योजना में पलिता लगाने की हो सकती है, शायद यही कारण है कि अब कर्नाटक में भी बिहार-यूपी तरह पिछड़ावाद की राजनीति की शुरुआत हुई है और खुलकर जाति की राजनीति की जा रही है.
रिपोर्ट: देवेन्द्र कुमार
4+