रांची(RANCHI)- रामनवमी के अवसर पर डीजे प्रतिबंध का मामला तूल पकड़ता जा रहा है, भाजपा इसके लेकर बेहद आक्रमक नजर आ रही है, आज भी सदन की कार्रवाई शुरु होते ही भाजपा विधायकों के द्वारा जयश्री राम के नारे की शुरुआत कर दी गयी.
एक विशेष समुदाय के लिए हिन्दुओं की भावनाओं को अपमानित करने का आरोप लगाते हुए मनीष जायसवाल ने कहा कि हम इसे बर्दास्त नहीं कर सकतें. जबकि सत्ता पक्ष के विधायकों ने भाजपा के सभी आरोपों को महज राजनीतिक ड्रामेबाजी करार दिया.
सत्ता पक्ष का जवाब डीजे पर कोई प्रतिबंध नहीं
सत्ता पक्ष के विधायकों का तर्क था कि डीजे पर कहीं से कोई प्रतिबंध नहीं है. मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने भी इस मामले में अपना ट्विट किया है, फिर यह प्रतिबंध की खबर कहां से आ रही है. यह डीजे की लड़ाई नहीं होकर भाजपा के अस्तित्व बचाने की लड़ाई है. ये जयश्रीराम के नारे हिन्दूओं के लिए नहीं भाजपा अपने अस्तित्व को बचाने के लिए लगा रही है.
भाजपा को राम और रामनवमी से कोई वास्ता नहीं
हम यहां बता दें कि कल ही कांग्रेस विधायक उमाशंकर अकेला ने भी डीजे पर प्रतिबंध की खबर को महज अफवाह बताया था, आज सत्ता पक्ष के दूसरे विधायकों ने भी इसका खंडन किया. सत्ता पक्ष के विधायकों का तर्क था भाजपा को राम और रामनवमी से कोई वास्ता नहीं है, उसका असली मकसद इस मुद्दे पर राजनीति की रोटी सेंकना है, यही कारण है डीजे पर प्रतिबंध की झूठी खबर फैलायी जा रही है.
अपनी ड्रामेबाजी के लिए जयश्रीराम के नाम का उपयोग
सत्ता पक्ष की ओर से भाजपा विधायकों के आरोपों जवाब देते हुए स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि इनको राम और रामनवमी से कोई मतलब ही नहीं है, ये लोग तो महज अपनी ड्रामेबाजी के लिए जयश्रीराम के नाम का उपयोग कर रहे हैं. मेरा राम तो शांति और भाईचारा का प्रतिक है, मेरा राम गांधी का राम, सबरी का राम है, मेरा राम दिन दुखियों की पीड़ा हरने वाला राम है, मेरा राम तो पूरा हिन्दूस्तान है. मेरा राम नफरत और दंगा नहीं फैलाता, भाजपा की हालत तो हारे को हरिनाम जैसी हो गयी है. यही कारण है कि वह अब सिर्फ जयश्रीराम का नारा लगाकर अपनी राजनीतिक दुकान चलाना चाहती है, लेकिन झारखंड की यह जनता किसी बहकावे में नहीं आने वाली है. इनकी दुकानदारी बंद होने वाली है.
4+