टीएनपी डेस्क(TNP DESK):भारत दुनिया का सबसे ज्यादा आबादी वाला देश है, जहां सबसे ज्यादा बच्चे पैदा होते हैं, लेकिन एक रिपोर्ट की माने तो भारत के लिए एक बहुत ही बुरी खबर है. दुनिया के सबसे ज्यादा आबादी वाले देश भारत की प्रजनन दर लगातार घटती जा रही है वहीं एक्सपर्ट्स की माने तो ऐसा ही यदि कुछ सालों तक चलता रहा तो यह भारत के लिए बहुत बड़ी चुनौती बन सकती है.
जर्नल द लैंसेट की रिपोर्ट ने बढ़ाई भारत की चिंता
आपको बताये कि अंतराष्ट्रीय जर्नल द लैंसेट की रिपोर्ट के मुताबिक भारत में प्रजनन दर यानी प्रति महिला जन्म दर धीरे-धीरे घट रही है, रिपोर्ट के अनुसार 1950 आते-आते 1950 यानी करीब 74 साल पहले भारत में प्रजनन दर 6.01 थी जो साल 2021 में आते आते घटकर 2.02 से भी कम हो गई है.वहीं ऐसा अनुमान है कि साल 2050 तक ये प्रतिशत और घटनेवाला है.जो भारत के लिए बड़ी चिंता की बात है.ऐसा अनुमान है कि 2050 के आते-आते प्रजनन दर भारत में 1.29 तो साल 2100 में या दर घटकर 1.04 हो जायेगा.
ऐसा ही रहा तो 2050 तक खड़ी हो जायेगी चुनौती
आप बता दें कि भारत में 1950 में 1.6 करोड़ से बच्चे पैदा हुए,वहीं 2021 में 2.2 करोड़ से अधिक बच्चे पैदा हुए थे,साल 2050 में घटकर 1.3 करोड़ होने का अनुमान है.आपको बताये कि बारच आबादी के मामले में विश्व में नंबर वन पर है,इससे पहले चीन की आबादी नंबर वन पर थी, लेकिन भारत ने उसको भी पछाड़ते हुए पहला स्थान हासिल कर लिया, लेकिन जिस तरह से देश में प्रजनन दर में गिरावट आ रही है, उससे आनेवाले कुछ दशकों में देश की आबादी बढ़ने की जगह घट सकती है.वहीं लगातार घट रही देश की आबादी की वजह से देश पर इसका असर पड़ेगा, जिससे देश की आबादी में मौजूद संतुलन बिगड़ जायेगा.
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