टीएनपी डेस्क (TNP DESK): भारत निर्वाचन आयोग ने असली और नकली शिवसेना पर चल रही सुनवाई के उपरांत अंतिम फैसला सुना दिया है. इस फैसले के अनुसार महाराष्ट्र में शिंदे गुट को असली शिवसेना माना गया है. मालूम हो कि महाराष्ट्र में उद्धव सरकार से टूट कर विधायकों ने एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में अलग शिव सेना का गठन किया था.उधर सरकार में बगावत के कारण शिवसेना में टूट हो गई और इसके परिणाम स्वरूप महाराष्ट्र में उद्धव सरकार सत्ता खो दी और राज्य में एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में शिवसेना और भाजपा गठबंधन की सरकार बनी. उसके बाद असली और नकली शिवसेना की लड़ाई शुरू हुई.
देश में लोकतंत्र खतरे में :उद्धव ठाकरे
चुनाव आयोग ने 78 पृष्ठ के आदेश में कहा है कि एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना ही असली शिवसेना है. इसलिए उसे तीर धनुष चुनाव चिन्ह के रूप में और शिवसेना का झंडा ऑफीशियली आवंटित किया जाता है. चुनाव आयोग ने उद्धव ठाकरे वाली शिवसेना को चुनाव चिन्ह के रूप में मशाल आवंटित किया है. चुनाव आयोग के फैसले पर महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. उन्होंने कहा है कि देश में लोकतंत्र खतरे में है.
सुप्रीम कोर्ट जाएंगे उद्धव ठाकरे
आगे उद्धव ठाकरे ने यह भी कहा कि वह चुनाव आयोग के निर्णय के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाएंगे और उन्हें उम्मीद है कि सुप्रीम कोर्ट असली और नकली शिवसेना को सही रूप में परिभाषित करेगा. साथ ही उन्होंने यह भी उम्मीद जताई कि दलबदल करने वाले 16 विधायकों की सदस्यता भी रद्द हो जाएगी.
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