टीएनपी डेस्क(TNP DESK): तमिल साप्ताहिक पत्रिका तुगलक की 53वीं वर्षगांठ के अवसर पर बोलते हुए विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा है कि चीन बड़ी संख्या में सैनिकों को लाकर यथास्थिति को बदलने की कोशिश कर रहा है. लेकिन कोविड-19 जैसे संकट के बावजूद हमारी तैयारियों में कोई कमी नहीं आयी है, हजारों की संख्या में हमारे सैनिक दूर्गम पहाड़ी इलाकों में सीमाओं की रक्षा के लिए पूरी तत्परता के साथ डंटे हुए है. हम किसी भी चुनौती का मुकाबला करने को तैयार बैठे हैं.
बालाकोट एयरस्ट्राइक से हमने जरुरी संदेश दिया था
एस. जयशंकर ने कहा कि भारत ने पहले भी दिखा दिया है कि हम किसी भी दवाब में आने वाले नहीं है. पहले भी बालाकोट एयरस्ट्राइक से इसका जवाब दिया जा चुका है. हमने एलएसी पर चीन को भी माकूल जवाब दिया है. जरुऱत पड़ी तो देश अपनी सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए हर वह कदम उठायेगा, जिसकी उसे जरुरत होगी.
2019 की घटना का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि पुलवामा आतंकवादी हमले के जवाब में इंडियन एयर फोर्स की ओर से की गई बालाकोट एयर स्ट्राइक के जरिए बहुत जरूरी संदेश दिया गया था.
भूटान के साथ चीन की गुप्त वार्ता की खबर
यहां यह भी बता दें कि हाल के दिनों में भूटान के द्वारा चीन के साथ गुप्त वार्ता की खबर आयी थी. वैसे अभी तक इस बात का खुलासा नहीं हुआ है कि इस बातचीत के पहले भारत को विश्वास में लिया गया था या नहीं. क्योंकि चीन लगातार भारत की सीमा पर तनाव बढ़ाने की कोशिश कर रहा है, इस स्थिति में यदि भारत को इस बातचीत के पहले विश्वास में नहीं लिया जाता है तो यह भारत के चिंता की बात होगी.
रिपोर्ट: देवेन्द्र कुमार
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