कटिहार (KATIHAR) : एक तरफ़ बिहार सरकार शराब बंदी को लेकर हर तरीक़े से खुद को बेदाग बताते रहती है. एक तरफ लोग शराब बंदी को और भी सख्त बनाने को लेकर कानून से मांग कर रहे हैं, तो वहीं दूसरी तरफ शराब बंदी क़ानून के अनुपालन करवाने वाले ही अधिकारियों पर भ्रष्टाचार की बातें सामने आयी है. शराब बंदी के नाम पर बिहार के कटिहार में मद्य निषेद्य विभाग एक कामधेनु विभाग बन गया. आए दिन शराब बंदी क़ानून के नाम पर सिपाही से लेकर ज़िले के उत्पाद विभाग अधीक्षक पर सवाल उठते रहते हैं. फलका थाना व पोठिया ओपी क्षेत्र की एक सीसीटीवी फूटेज तेज़ी से वायरल हो रही है. जिसमें कटिहार उत्पाद महिला दरोगा ‘स्वीटी सुप्रिया’ की पोठिया बाजार से पैसे लेकर शराबी को छोड़ने सबंधी मामला सामने आया है. जिसमे फुटेज में दरोगा एक शराब व्यवसायी से रिश्वत लेते हुए नजर आ रही है. ऐसी खबरें सामने आई है कि वो सुनसान जगह पर शराबियों को जेल भेजने के नाम मोटा रकम वसूलती है. जिसकी चर्चा चारो ओर फैली हुई है.
वहीं इस मामले के बाद फलका के जनप्रतिनिधि व गणमान्य द्वारा कटिहार उत्पाद विभाग के खिलाफ जिला प्रशासन और मुख्यमंत्री को आवेदन दिया गया, और दारोगा को निलंबित करने की मांग की .
सीसीटीवी फुटेज सोशल मीडिया पर वाइरल
दरअसल घटना 26 फरवरी की है. जहां दारोग़ा ने फलका बाजार के एक व्यवसायी को गाड़ी से उतार कर रेड के नाम पर पकड़ा और फिर पैसे लेकर छोड़ दिया. यह पूरी घटना वहां मौजूद cctv केमरे में कैद हो गई, स्थानीय लोगों की मानें तो दारोग़ा के इस घूस लेने से लोग काफी परेशान हैं.
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