टीएनपी डेस्क(TNP DESK): भारत और श्रीलंका के बीच नौवहन सेवा शुरू हो गई है. तमिलनाडु के नागपट्टिनम से इस सेवा की शुरुआत की गई है. समुद्री मार्ग से लोग श्रीलंका जा सकेंगे. प्रधानमंत्री ने इस सेवा के शुभारंभ होने पर कहा कि आज राजनीतिक और आर्थिक संबंधों की दिशा में एक बड़ा कदम है. भारत-श्रीलंका के बीच फिनटेक और ऊर्जा के क्षेत्र में भी बेहतर साझेदारी होगी.
जानिए नौवहन सेवा के बारे में
भारत और श्रीलंका के बीच नौवहन सेवा दोनों देशों के बीच संबंधों को और मजबूत करेगा. यह सेवा भारत और श्रीलंका के बीच ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंधों को और मजबूत एवं जीवंत बनाएगा. श्रीलंका के भी लोग बहुत दिनों से इस सेवा की मांग कर रहे थे.वहीं तमिलनाडु के लोग भी श्रीलंका जाने के लिए हमेशा इस सेवा की जरूरत महसूस कर रहे थे. भारत और श्रीलंका के बीच फेरी सेवा से बड़ा लाभ होगा.एक बार में एक फेरी से लगभग 150 लोग सफर कर सकेंगे. तमिलनाडु के नागपट्टिनम से श्रीलंका के उत्तरी क्षेत्र जाफना को जोड़ता है.समुद्री मार्ग से इस हाई स्पीड नौका सेवा के लिए एक यात्री को 6500 से लेकर 7670 रुपए भाड़ा देना पड़ेगा.
काफी दिनों से इंतजार था दोनों देश के यात्रियों को
दोनों देश के लोगों को इस सेवा का बहुत दिनों से इंतजार था. इस सेवा के शुभारंभ के मौके पर विदेश मंत्री एस जयशंकर और केंद्रीय मंत्री सर्वानंद सोनवाल मौजूद थे. वैसे हम बता दें कि बहुत पहले से ही यह सेवा दोनों देश के बीच चलती थी. तमिलनाडु के धनुषकोडि तक लोग ट्रेन से जाते थे. उसके बाद नौका से श्रीलंका जाते थे 1964 में एक भीषण तूफान की वजह से धनुषकोडि क्षेत्र तबाह हो गया.
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