दुमका(DUMKA) : देश के विभिन्न हिस्सों में आए दिन सड़क दुर्घटना घट रही है. सड़कें रक्त रंजित हो रही है. लोग असमय काल कलवित हो रहे हैं. झारखंड की उपराजधानी दुमका में इन दिनों सड़क दुर्घटना में अप्रत्याशित वृद्धि हुई है. परिवहन विभाग द्वारा समय समय पर जागरूकता अभियान चलाया जाता है. ट्रैफिक नियमों का पालन कराने के लिए सड़कों पर उतर कर दंडित किया जाता है. इसके बाबजूद लोग संभलने का नाम नहीं ले रहे है.
1 से 31 जनवरी तक चलाया जा रहा है सड़क सुरक्षा माह
प्रत्येक वर्ष 1 से 31 जनवरी तक राष्ट्रव्यापी सड़क सुरक्षा माह चलाया जाता है. दुमका में भी परिवहन विभाग द्वारा जोर शोर से अभियान चला कर लोगों को जागरूक किया जा रहा है. गांधीवादी तरीके से सड़क सुरक्षा के नियमों का पालन नहीं करने वालों को गुलाब फूल देकर समझाया जाता है कि आपका जीवन अनमोल है. सड़कों पर वाहन लेकर चलते वक्त यह ध्यान रखें कि घर पर माता पिता, भाई बहन, पत्नी बच्चे आपका इंतजार कर रहे है. इसके लिए जरूरी है कि बाइक चलाते समय हेलमेट और चार चक्का वाहन पर सीट बेल्ट का प्रयोग जरूर करें.
बंद ग्रील दुकान से बाइक टकराने का सीसीटीवी फुटेज हो रहा है वायरल
परिवहन विभाग के लाख प्रयास के बाबजूद दुमका के लोग समझने के लिए तैयार नहीं हैं. वैसे तो सड़क दुर्घटना को रोका नहीं जा सकता लेकिन सुरक्षा के नियमों का पालन करते हुए मृत्यु दर में कमी लाई जा सकती है. वर्ष के शुरुआत में ट्रक और ऑटो की टक्कर में चार लोगों की मौत का गम अभी भूले भी नहीं थे कि मंगलवार की देर रात एक ऐसी घटना घटी जिसने शहरवासियों को झकझोर कर रख दिया. घटना का सीसीटीवी फुटेज अब वायरल हो रहा है, जिसे देख कर हर कोई दहल जा रहे हैं. नगर थाना के महुवा डंगाल में तेज रफ्तार बाइक ने सड़क किनारे एक बंद ग्रील दुकान से टकरा गई. रफ्तार इतनी तेज थी कि बंद दुकान को तोड़ते हुए अंदर प्रवेश कर गया. इस घटना में एलआईसी कॉलोनी निवासी रामानुज उपाध्याय का पुत्र अनिकेत उपाध्याय की मौत हो गई.
घर का इकलौता चिराग था अनिकेत, परिवार को बेसहारा कर चला गया दुनिया से
अनिकेत बंगलुरू में रहकर एमबीए की पढ़ाई कर रहा था. फाइनल ईयर का छात्र अनिकेत कुछ दिन पूर्व छुट्टी में घर आया था. 21 जनवरी को उसकी फ्लाइट की रिटर्निंग टिकट थी, लेकिन नियति को कुछ और ही मंजूर था. अनिकेत इकलौता बेटा था. मंगलवार की रात वह बाइक से अपने कुछ दोस्तों से मिलने गया था, लौटने के दौरान हादसे का शिकार हो गया. जिंदगी के उस पड़ाव पर जब माता-पिता को अपने पुत्र के सहारे की जरूरत होती है, अनिकेत पूरे परिवार को बेसहारा करके चला गया. लोगों का मानना है कि अगर अनिकेत हेलमेट पहना होता तो शायद उसकी जान बच सकती थी.
हर इंसान को इस घटना से सबक लेने की जरूरत है. The News Post की भी यही अपील है कि सड़क सुरक्षा के नियमों का पालन करें. हेलमेट और सीट बेल्ट का प्रयोग जरूर करें.
रिपोर्ट-पंचम झा
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