गिरिडीह(GIRIDIH )- असम के मुख्यमंत्री हिमंता विश्वा सरमा ने कहा है कि राज्य की हेमंत सोरेन सरकार तुष्टिकरण की सीमा पार कर गई है. अब तो वह आदिवासी पीड़ित परिवार के साथ भी अन्याय कर रही है. दूसरी तरफ हत्या के आरोपी को बचाने में लगी है. असम के मुख्यमंत्री हिमंता विश्वा सरमा और झारखंड बीजेपी के अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने उस परिवार से मिलने का कार्यक्रम बनाया था जिस परिवार के मुखिया चौहान हेंब्रम की हत्या हजारीबाग मेडिकल कॉलेज में इलाज रत आजीवन कारावास की सजा काट रहा कैदी शाहिद अंसारी ने हत्या कर दी थी. इसके लिए दोनों नेता गिरिडीह के बेंगाबाद स्थित पुलिस पदाधिकारी के पैतृक आवास जाने वाले थे.
क्या बनाया गया था कार्यक्रम उसके बारे में जाने
बाबूलाल मरांडी को लेकर असम के मुख्यमंत्री देवघर पहुंचे. चार्टर विमान से रांची से दोनों देवघर पहुंचे. यहां से सड़क मार्ग के द्वारा बेंगाबाद जाना था. जहां चौहान हेंब्रम के परिवारजनों से मिलना था लेकिन इस बीच जैसे ही जानकारी मिली,वैसे ही उस पूरे परिवार को पुलिस ने हटा लिया और उस घर में ताला लगा दिया. ताकि असम के मुख्यमंत्री और झारखंड बीजेपी के अध्यक्ष पीड़ित परिवार से नहीं मिल सकें. इस परिवार को कहीं दूसरी जगह ले जाया गया है. चौहान हेंब्रम के परिवार से मिलकर उन्हें सांत्वना देने का कार्यक्रम था. असम के मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया है कि यह तो तुष्टिकरण की पराकाष्ठा है. बेंगाबाद का यह क्षेत्र गांधी विधानसभा क्षेत्र में पड़ता है जहां से कल्पना सोरेन विधायक हैं.
11 अगस्त की आधी रात को, गैंगरेप के आरोप में आजीवन कारावास की सजा काट रहे दोषी मोहम्मद शाहिद अंसारी ने आदिवासी पुलिस हवलदार श्री चौहान हेम्ब्रम की हत्या कर दी और हजारीबाग मेडिकल कॉलेज, झारखंड से फरार हो गया। पुलिस अभी तक आरोपी को पकड़ नहीं पाई है, और अब तक श्री हेम्ब्रम के पीड़ित… pic.twitter.com/48WSZSjz3w
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) August 17, 2024
असम के मुख्यमंत्री ने क्या आरोप लगाया हेमंत सरकार पर
असम के मुख्यमंत्री हिमंता विश्वा सरमा ने साफ तौर पर हेमंत सरकार पर तुष्टिकरण का आरोप लगाया.उन्होंने कहा कि जिस तरह की साजिश या सरकार कर रही है वह बिल्कुल गलत है. संथाल परगना में जब भी वे कोई कार्यक्रम बनाते हैं तो इस तरह का व्यवधान उत्पन्न किया जाता है. फिर भी उन्होंने कहा कि वह बेंगाबाद जाएंगे गांव के लोगों से मिलेंगे.
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