टीएनपी डेस्क(TNP DESK): ऐविएशन इंडस्ट्री में अब तक सबसे बड़ी डील हुई है. यह डील टाटा ग्रुप की एयर इंडिया ने की है. एयर इंडिया ने अमेरिकी कंपनी बोइंग और यूरोप की एयरबस से 470 विमान खरीदने की डील की है.
कंपनी के वरिष्ठ अधिकारी ने गुरुवार को बताया कि तत्कालीन राष्ट्रीय वाहक पश्चिमी विमान निर्माताओं से 840 विमान खरीदेगा. एयर इंडिया के चीफ कमर्शियल एंड ट्रांसफॉर्मेशन ऑफिसर निपुन अग्रवाल के मुताबिक, " इस आदेश में 470 फर्म विमान, 370 विकल्प और अगले दशक में एयरबस और बोइंग से खरीदे जाने वाले खरीद अधिकार शामिल हैं."
टाटा के स्वामित्व वाले एयरलाइनर के शीर्ष स्तर के अधिकारी भी प्रमुख व्यक्ति हैं जिन्होंने इस खरीद आदेश की रूपरेखा तैयार की है. एक लिंक्डइन पोस्ट में उन्होंने कहा कि इन प्रमुख विमानन कंपनियों के बीच सौदे से दुनिया भर में उत्पन्न उत्साह ने उन्हें विनम्र बना दिया है.
अमेरिका और यूरोप को होगा इस डील से फायदा
इस डील के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि इस डील से अमेरिका के 44 राज्यों में 10 लाख से ज्यादा नौकरियां उत्पन्न होगी. अमेरिका के जैसे ही इसका फायदा यूरोप को भी होगा. इस डील के तहत 220 बोइंग से 250 विमान एयरबस से खरीदेगा.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यह डील करीब 100 बिलियन डॉलर्स यानी करीब 8 लाख करोड़ रुपए की है. नंबर्स के लिहाज से यह अब तक कि सबसे बड़ी एविएशन डील है. इस डील से पहले सबसे बड़ी डील अमेरिकन एयरलाइन ने की थी. उस समय अमेरिका एयरलाइन ने बोइंग को 200 और एअरबस को 260, मतलब कुल 460 विमानों का ऑर्डर दिया था.
एयर इंडिया ने क्यों की इतनी बड़ी डील?
इस डील के बारे में एयर इंडिया के एक अधिकारी ने बताया कि इस डील की रूपरेखा एयरइंडिया के निजीकरण के साथ ही शुरू हो गई थी. 840 विमानों का यह बड़ा ऑर्डर दो साल के काम का नतीजा है.
एयरइंडिया द्वारा इतने बड़े डील के पीछे की मुख्य वजह एयर इंडिया का विस्तार करना है. एयर इंडिया अमीरात और कतर एयरवेज को चुनौती देना चाहती है. इस लिए एयर इंडिया दुनिया भर के हवाई रूट पर विमान उड़ाना चाहती है.
कंपनी के मुताबिक, यह आदेश एयर इंडिया को एक विश्व स्तरीय एयरलाइन में बदलने और भारत को दुनिया के हर बड़े शहर मे नॉन-स्टॉप जोड़ने के लिए टाटा समूह की दृष्टि और आकांक्षा को प्रदर्शित करता है. यह आदेश जबरदस्त आर्थिक क्षमता के लिए भी एक वसीयतनामा है.
कौन से विमान खरीद रहा है एयर इंडिया?
बोइंग 737 मैक्स - यह अमेरिकी आधारित बोइंग द्वारा निर्मित 737 लाइन के विमानों की चौथी पीढ़ी का मॉडल है. बोइंग ने इन विमानों को "उन्नत प्रौद्योगिकी विंगलेट और कुशल इंजन" के रूप में वर्णित किया है. इसके अतिरिक्त, 737 मैक्स प्रतिस्पर्धा की तुलना में 14 प्रतिशत कम एयरफ्रेम रखरखाव लागत की पेशकश करता है.
बोइंग 787 ड्रीमलाइनर - इस विमान के तीन अलग-अलग मॉडल हैं जिनकी यात्रियों को ले जाने की क्षमता 248 से 336 तक है. इन विमानों की यात्रा की सीमा 11,730 किमी से 13,530 किमी तक है.
बोइंग 777X ड्रीमलाइनर - यह विमान निकटतम प्रतिद्वंद्वी की तुलना में 10 प्रतिशत बेहतर ईंधन दक्षता और CO2 उत्सर्जन प्रदान करता है. कंपनी का यह भी दावा है कि यह विमान बेहतर लागत-राजस्व गतिशीलता के कारण निकटतम प्रतिस्पर्धा पर एयरलाइनों को 10 प्रतिशत आर्थिक लाभ प्रदान करता है.
A320neo - NEO एयरबस द्वारा पेश किए गए A320 के कई अपग्रेड में से एक है. कंपनी का दावा है कि A320neo दो उन्नत इंजन विकल्पों - प्रैट एंड व्हिटनी के PurePower PW1100G-JM गियर वाले टर्बोफैन, और CFM इंटरनेशनल के LEAP-1A की उपलब्धता के माध्यम से अधिकतम लाभ के साथ न्यूनतम परिवर्तन लाता है, जो दोनों उत्कृष्ट परिचालन, आर्थिक और पर्यावरणीय प्रदर्शन प्रदान करते हैं. A320 एयरबस के सिंगल-आइज़ल एयरक्राफ्ट परिवार के अन्य संस्करणों के साथ समान फ्लाई-बाय-वायर डिजिटल उड़ान नियंत्रण और केबिन प्रबंधन प्रणाली साझा करता है.
A350 - इस विमान की यात्रा सीमा 9,700 एनएम तक है और यह विशिष्ट तीन वर्ग विन्यासों में 300-410 यात्रियों को ले जा सकता है. A350 दो ट्रेंट XWB टर्बोफैन इंजन द्वारा संचालित है जिसे रोल्स रॉयस और एयरबस द्वारा निकट सहयोग में डिज़ाइन किया गया है.
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