टीएनपी डेस्क (Tnp desk):- एक मां की अहमियत और क्या सम्मान मिला है, इसकी व्याख्या शास्त्रों से लेकर आज के दौड़ती-भागती जिंदगी में भी मिलती है. जिसके सामने जमाना सर झुकाता है और आगे भी शीश नवाता रहेगा. लेकिन, इस कलयुग में एक ऐसी निर्दयी मां भी है, जिसने अपने बच्चे को ही मारकर बैग में भर दिया था और आराम से गोवा से कर्नाटक का सफर कार के जरिए कर रही थी. ताकि बच्चे की मौत दुनिया के सामने ओझल हो जाए. अपने इरादे में कामयाब भी हो जाती. लेकिन, ऐसा हो नहीं सका. उसके खौफनाक करतूत की खबर
दुनिया को लग गयी
जी हां , हम उसी मां यानि सूचना सेठ की चर्चा कर रहे हैं, जिसने पहले गोवा के एक होटल में अपने बच्चे को मारा और फिर उसे मारकर बैग में भर ली और कार से गोवा से कर्नाटक का सफर तय कर रही थी. लेकिन, हत्यारिन मां पहले ही पकड़ा गयी और सलाखों के पीछे पहुंच गई . चलिए बताते है कि जिस ड्राइवर की सूझबूझ औऱ दिलेरी से पुलिस की गिरफ्त में आई. उस दौरान सूचना सेठ का रवैया और रंग-ढ़ंग कैसा था.
सफर में शांत थी हत्यारिन मां
ड्राइवर रे जॉन ने बताया कि गोवा से कर्नाटक के लिए सफर के दौरान शांत थी और दस घंटे की यात्रा के दौरान उसने एक भी शब्द नहीं बोला . और न ही कुछ खास डिमांड यात्रा के दौरान कर रही थी. दरअसल, गोवा के सर्विस अपार्टमेंट में ही बच्चे की हत्या की गई थी. अपार्टमेंट के कर्मचारियों ने सूचना के लिए टैक्सी बुक किया था. तो उसके ड्राइवर जॉन ही थे . इस दौरान जॉन ने बताया कि सूचना ने उसके बैग को कार तक ले जाने के लिए बोला, जब उसने उठाया तो बैग काफी भारी था. उसे मालूम नहीं पड़ा कि आखिर इसके अंदर क्या है और क्यों इतना भारी लग रहा है. उसने इसके अंदर सामान कम करने की गुजारिश भी की. लेकिन, उसने इसे साफ मना कर दिया. जिसके बाद बैग को कार की डिक्की तक ले गया
यात्रा के दौरान पानी की बोतल मंगवाई
इसके बाद सफर की बात बोलते हुए ड्राइवर जॉन ने बताया कि गोवा के बिचोलम शहर में पहुंचने के बाद उसे प्यास लगी तो, फिर पानी का बोटल उसे दिया. इसके बाद कर्नाटक-गोवा की सीमा पर चोरला घाट खंड पर काफी ट्रैफिक थी, पुलिस ने उनसे कहा था कि ट्रैफिक क्लियर होने में कम से कम चार घंटे लगेंगे. उसने सूचना को समय बढ़ा चढ़ाकर बोला कि जाम ठीक होने में छह घंटे वक्त लग सकता है. उसने सुझाव दिया कि हम वापस मु़ड़ सकते हैं और एयरपोर्ट के जरिए बेंगलुरु पहुंच सकते हैं . इसके लिए उसने मना कर दिया और सड़क मार्ग से ही जाने की बात कही. इसी से उसे कुछ गड़बड़ होने का अहसास हो गया था.
पुलिस ने भी उसे इस महिला की संदिग्ध स्थिति को देखते हुए नजदीकी पुलिस स्टेशन जाने के लिए बोला था. पुलिस ने उसे कोकंणी भाषा में बात की, ताकि सूचना को इसकी खबर न लगे. इसके बाद ही ड्राइवर जॉन ने कर्नाटक के चित्रदुर्ग पुलिस स्टेशन में गाड़ी रोकी और इसके बाद सूचना को गिरफ्तार कर लिया गया.
क्या था पूरा मामला
दरअसल, 6 जनवरी को सूचना सेठ छुट्टी मनाने के बहाने गोवा पहुंची थी. यहां उसने उत्तरी गोवा के केंडोलिम में एक सर्विस अपार्टमेंट में एक रुम बुक किया था. पुलिस का कहना है कि 7-8 तारीख की रात ही उसने अपने बेटे का कत्ल किया. अपने लाडले की लाश को बैग में भरकर 9 जनवरी की 1 बजे दोपहर टैक्सी बेंगलुरु जाने के लिए ली. अपार्टमेंट के कर्मियों ने फ्लाइट का सुझाव दिया, जिसे उसने नकार दिया था. इसके बाद सफाई के दौरान कमरे में खून मिला तो पुलिस को खबर की गई.
चार साल के बच्चे का जब पोस्टमार्टम किया गया , तो मालूम पड़ा कि उसकी हत्या तकिए या फिर कपड़े से गला दबाकर की गई है. जिसके चलते ही उसकी तुरंत मौत हो गयी. पुलिस को इस दौरान रुम में दो कफ सीरप की बोटल भी मिली थी, जिससे ये आशंका जताई जा रही है कि पहले बच्चे को सीरप पिलाया गया, तब ही उसकी हत्या की गई. फिलहाल, बच्चे का अंतिम संस्कार उसके पिता वेकेंटरमण की मौजूदगी में कर दी गई है.
जो जानकारी अभी तक मिली है. इसके मुताबिक सूचना सेठ की शादी वेकेंटरमण से 2010 को हुई थी. सूचना बंगाली मूल की , जबकि वेकेंटरमण केरल के रहने वाले हैं. दोनों का 2019 में एक बेटा हुआ था. लेकिन, 2020 से इनकी रिश्ते ठीक नहीं चल रहे थे. इनके तलाक के लिए कोर्ट में अर्जी दी गई थी और मामला अभी चल ही रहा था. कोर्ट ने बेटे को हफ्ते में एकबार मिलने की अनुमति दी थी. जिसमें बताया जा रहा है कि सूचना इसी को लेकर इतनी बड़ी वारदात को अंजाम दिया. फिलहाल , अभी भी पूरी तफ्तीश चल रही है और बच्चें को इतने खौफनाक तरीके से क्यों मारा गया. इसकी तफ्तीश चल रही है.
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