एक माह बाद आज से फिर बैंड-बाजा और बारात, खरमास समाप्त होते ही मांगलिक कार्य शुरू, जानें शादी-विवाह के शुभ मुहूर्त

टीएनपी डेस्क: खरमास समाप्त होते ही 14 अप्रैल से बैंड-बाजा और बारात का दौर शुरू हो गया है. शादी विवाह के शुभ मुहूर्त आते ही राजधानी के बाजारों में चहल-पहल बढ़ी है. अब खरमास लगने तक जून की आठ तारीख तक 36 श्रेष्ठ मुहूर्त हैं. अकेले मई माह में विवाह के 19 मुहूर्त हैं. इसके बाद नवंबर माह में लग्न शुरू होगा. इधर, सर्राफा, कपड़ा कारोबारियों को बेहतर व्यापार की उम्मीद है.
आपको बताते चलें कि किसी भी मांगलिक काम को करने से पहले उनका शुभ मुहूर्त जानना बेहद जरूरी है. खासतौर पर शादी जो जीवन के सबसे महत्वपूर्ण समय में से एक है और यह हमारे शास्त्रों में वर्णित 16 संस्कारों का भी हिस्सा है. ऐसे में विवाह के लिए मुहूर्त का ध्यान रखना बहुत जरूरी है, क्योंकि इसका असर हमारे जीवन के साथ-साथ उस कार्य पर भी पड़ता है. विवाह कई तरह से किए जाते हैं, प्रत्येक के अपने-अपने रीति-रिवाज और महत्व होते हैं. इसके बगैर कोई भी व्यक्ति गृहस्थ आश्रम में प्रवेश नहीं कर सकता है. इसलिए हमारे शास्त्रों में विवाह को सबसे महत्वपूर्ण और कल्याणकारी माना जाता है.
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