टीएनपी डेस्क (TNP DESK) : झारखंड सरकार (Jharkhand Government) राज्यवासियों के हित में कई तरह की योजनाएं (Schemes) चला रही है. उसी में आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री गंभीर बीमारी उपचार योजना (Chief Minister's Critical Illness Treatment Scheme) की शुरुआत की गई थी. इस योजना के तहत पहले सरकार की तरफ से 5 लाख रुपये सहायता राशि के रूप में दी जाती थी, लेकिन हेमंत सोरेन (Hemat Soren) की सरकार ने इस राशि को बढ़ा कर 10 लाख रुपये तक कर दिया गया है. इस योजना के तहत 21 किस्म की गंभीर बीमारी से ग्रस्त व्यक्ति को इस योजना के तहत सहायता राशि सरकार की तरफ से दी जाती है.
एसिड अटैक पीड़ितों को भी मिलेगा इस योजना का लाभ
मुख्यमंत्री गंभीर बीमारी उपचार योजना (Chief Minister's Critical Illness Treatment Scheme) के तहत एसिड अटैक पीड़ितों का भी इलाज किया जाता है. इलाज पर होने वाले पूरे खर्च में बिस्तर, दवा, भोजन, सर्जरी और पुनर्निर्माण सर्जरी का खर्च शामिल है. गंभीर रूप से बीमार लोगों के लिए निर्धारित मानदंड एसिड अटैक पीड़ितों पर लागू नहीं होंगे. एसिड अटैक पीड़ितों के लिए वार्षिक पारिवारिक आय भी लागू नहीं होगी. किसी भी आय वर्ग के एसिड अटैक पीड़ितों की बीमारी पर खर्च होने वाली पूरी राशि सरकार देगी.
वहीं इस योजना का लाभ उन लोगों को मिलता है, जिनकी सकल वार्षिक आय लगातार तीन वर्षों तक आठ लाख से कम है. बीपीएल कार्डधारी और जिनकी वार्षिक आय 72 हजार या इससे कम है. उनमें असाध्य रोगों (सभी प्रकार के कैंसर, किडनी ट्रांसप्लांट, गंभीर लिवर रोग और एसिड अटैक) के अलावा ब्रेन हेमरेज, थैलेसीमिया, बोन मैरो ट्रांसप्लांट, कोरोनरी आर्टरी बाईपास ग्राफ्टिंग, रेटिनल डिटेचमेंट, ड्यूशेन मस्कुलर डिस्ट्रॉफी जैसी बीमारियों को शामिल किया गया है.
इन बीमारियों को किया गया है सूचीबद्ध
विस्कॉट एल्ड्रिच सिंड्रोम, थैलेसीमिया, रक्त डिस्क्रैसिया, अस्थि मज्जा प्रत्यारोपण, पोस्ट ट्रॉमेटिक विकृति और जलने के मामले में प्लास्टिक सर्जरी, रेटिना टुकड़ी के साथ गंभीर सिर की चोट, क्रैनियोटॉमी क्रिटिकल केयर, कोरोनरी धमनी बाईपास ग्राफ्टिंग / इंट्रा महाधमनी बैलून पंप (सीएबीजी आईएबीपी), आईसीयू रोगी में तीव्र विफलता में निरंतर गुर्दे की रिप्लेसमेंट थेरेपी, प्रोलिफेरेटिव डायबिटिक रेटिनोपैथी, ट्रेकिआ ओसोफेजियल फिस्टुला का ऑपरेशन, पेनेट्रेटिंग केराटोप्लास्टी, मेनिंगोएनसेफेलोसेले सर्जरी, ब्रेन हैमरेज, चेहरे की दरार सहित जन्मजात विकृति, माइक्रोस्टिया हेमोफेशियल और अन्य, कोक्लियर इम्प्लांट, डचेन मस्कुलर डिस्ट्रॉफी, किशोर नासोफेरींजल एंजियोफिब्रोमा.
मुख्यमंत्री गंभीर बीमारी उपचार योजना का लाभ लेने के लिए ये हैं पात्रता
- इस योजना का लाभ उठाने के लिए झारखंड का निवासी होना अनिवार्य है.
- अगर आपके परिवार के सदस्य की वार्षिक आय 72000 है, तो आप इस योजना का लाभ उठा सकते हैं.
- इसके आवेदक की वार्षिक आय पिछले 3 वर्षों से लगातार 8 लाख रुपये प्रति वर्ष से कम होनी चाहिए.
आवेदक नीचे दी गई बीमारियों में से किसी एक से पीड़ित होना चाहिए
- कैंसर
- गंभीर यकृत रोग
- किडनी प्रत्यारोपण
- एसिड अटैक
- एसिड अटैक से प्रभावित आवेदकों के लिए कोई आय सीमा नहीं होगी
ये हैं जरूरी दस्तावेज (Documents)
- झारखंड में निवास प्रमाण पत्र/स्थायी प्रमाण पत्र अनिवार्य है.
- आधार कार्ड
- मेडिकल प्रमाण पत्र
- पासपोर्ट साइज फोटो
- आय प्रमाण पत्र
- अस्पताल द्वारा जारी अनुमान
- मोबाइल नंबर
झारखंड मुख्यमंत्री गंभीर बीमारी उपचार योजना के लिए आवेदन कैसे करें
- झारखंड मुख्यमंत्री गंभीर बीमारी उपचार योजना के लिए आवेदन करने के लिए सबसे पहले आप जिला स्तरीय समिति कार्यालय में जाकर आवेदन पत्र प्राप्त कर सकते हैं.
- आवेदन पत्र प्राप्त करने के बाद उसे ध्यान से पढ़ें और उसे सही-सही भरें.
- इस आवेदन पत्र को भरने के लिए आप खुद की मदद ले सकते हैं या फिर किसी और के जरिए भी इस आवेदन पत्र को सही-सही भरवा सकते हैं.
- आपके पास आवेदन पत्र में मांगे गए दस्तावेजों की एक ज़ेरॉक्स कॉपी होनी चाहिए.
- आवेदन पत्र को सही-सही भरने के बाद आपको ज़ेरॉक्स कॉपी उसके साथ संलग्न करनी होगी.
- सिविल सर्जन की अध्यक्षता में निम्नलिखित अधिकारियों की एक समिति गठित की जाएगी.
- सिविल सर्जन सह मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी.
- उपयुक्त द्वारा मनोनीत एक वरिष्ठ प्रशासनिक पदाधिकारी.
- स्थानीय माननीय विधायक/विधायक प्रतिनिधि.
- जिला कल्याण पदाधिकारी.
- सदर अस्पताल की वरिष्ठ महिला चिकित्सा पदाधिकारी.
- संबंधित रोग के विशेषज्ञ चिकित्सा पदाधिकारी.
- समिति से अनुमोदन मिलने के बाद संबंधित अस्पतालों को अनुमोदन की सूचना दी जाएगी.
- उसके बाद ही इलाज के लिए सहायता राशि सीधे अस्पताल के खाते में उपलब्ध कराई जाएगी.
झारखंड और राज्य के बाहर इन अस्पतालों को किया गया लिस्टेड
- वेदांता मेडिसिटी,गुड़गांव हरियाणा
- डाईसन हॉस्पिटल, कोलकाता
- अपोलो ग्लेनीग्लस हॉस्पिटल, कोलकाता
- मेडिका सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, कोलकाता
- क्यूरी अब्दुर रज्जाक अंसारी कैंसर इंस्टीट्यूट, इरबा, रांची
- मेहरबाई टाटा मेमोरियल हॉस्पिटल, जमशेदपुर
- इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस शेखपुरा,पटना
- झारखंड राज्य के सभी चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल एवं अन्य राज्यों के चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल
- भारत सरकार के सभी केंद्रीय चिकित्सा संस्थान
- टाटा मेमोरियल हॉस्पिटल, मुंबई
- संजय गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान, लखनऊ
- महावीर कैंसर इंस्टीट्यूट फुलवारी शरीफ, पटना
- अपोलो भुवनेश्वर व अपोलो हैदराबाद
- अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान(एम्स) नई दिल्ली
- क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज, वेल्लोर
- पीजीआई, चंडीगढ़
- भगवान महावीर मेडिका सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, रांची
- रुबी जनरल हॉस्पिटल लिमिटेड, कोलकाता
- पारस हॉस्पिटल, पटना
- असरफी हॉस्पिटल, धनबाद
- RJSP कैंसर अस्पताल एवं अनुसंधान केंद्र, कटहल मोड़, रांची
- राज हॉस्पिटल, रांची
- सेव लाइफ हॉस्पिटल आदित्यपुर, जमशेदपुर
- वसोवाताराकम इंडो अमेरिकन कैंसर हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर, हैदराबाद
- आर्टेमिस हॉस्पिटल गुड़गांव, हरियाणा
- पुष्पावती सिंघानिया हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर, नई दिल्ली
- गलेनेगल्स ग्लोबल हेल्थ सिटी हॉस्पिटल: चेन्नई
- इंडियन स्पाइनल इंज्यूरी सेंटर, नई दिल्ली
- पीयरलेस हॉस्पिटेक्स हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर, कोलकाता
- सीएमआरआईद कलकाता मेडिकल रिसर्च इंस्टीट्यूट, कोलकाता
- सरोज गुप्ता कैंसर सेंटर एवं रिसर्च इंस्टीट्यूट, ठाकुरपुर कोलकाता
- मिशन ऑफ मर्सी हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर, कोलकाता
- नारायण सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल, हावड़ा
- नारायण रविंद्र नाथ टैगोर इंटरनेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ कार्डियक साइंस, कोलकाता
- बीपी पोद्दार हॉस्पिटल एंड मेडिकल रिसर्च सेंटर, कोलकाता
- एशियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ गैस्ट्रोएंटरोलॉजी, हैदराबाद
- टीएमएच, जमशेदपुर
- मां ललिता सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल एंड ट्रॉमा सेंटर, देवघर
- मिशन हॉस्पिटल, दुर्गापुर
- फॉर्टिस हॉस्पिटल, कोलकाता
- विवेकानंद हॉस्पिटल प्राइवेट लिमिटेड, दुर्गापुर
- आलम हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर, रांची
- एएमआरआई हॉस्पिटल ढाकुरिया, कोलकाता
- गौरी देवी एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट, दुर्गापुर
- एनएच ब्रह्मानंद नारायण मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल, जमशेदपुर