Ranchi Mega Sports Complex : स्टेडियम के लिए हर साल करोड़ों का बजट, लेकिन बदहाली देखकर दंग रह जाएंगे आप


रांची(RANCHI): रांची के होटवार स्थित अंतरराष्ट्रीय स्तर के मेगा स्पोट्र्स कांप्लेक्स कभी अपनी खुबसूरती के लिए जाना जाता था. लेकिन फिलहाल स्टेडियम का हाल काफी बुरा हो चुका है. आप ऐसा भी कह सकते हैं कि अगर स्टेडियम की देख-रेख और रख-रखाव अच्छे से नहीं किया गया तो स्टेडियम आने वाले दिनों में खंडहर में तब्दील हो जायेगा. मेगा स्पोट्र्स कांप्लेक्स के किसी न किसी स्टेडियम में गेम होता रहता है. यहां हमेशा नेशनल इंटरनेशनल लेबल के प्लेयर्स पहुंचते हैं. अंतरराष्ट्रीय स्तर का मेगा स्पोट्र्स कॉम्प्लेक्स 650 करोड़ रुपये की लागत से तैयार किया गया था. इस पूरे कॉम्प्लेक्स में 9 इंटरनेशनल स्तर के स्टेडियम हैं, जिसके रख-रखाव का जिम्मा सीसीएल का है.
स्टेडियम के अंडर पास में जमा पानी
रांची के होटवार स्थित मेगा स्पोट्र्स कांप्लेक्स का अंडर पास इन दिनों मछुवारों का अड्डा बना हुआ है. दरअसल, यहां कई सालों से पानी जमा हुआ है. पानी जमा होने के कारण यहां लोग मछलियां मारने पहुंच जाते हैं. बता दें कि इस अंडर पास का इस्तेमाल VVIP और VIP लोग मैच के दौरान आने-जाने के लिए जाम से बचने के लिए करते हैं. अंडर पास में पानी जमने की वजह से नींव में भी दरारे आ रही हैं.
टेनिस स्टेडियम और ओपन टेनिस कोर्ट भी जर्जर
मेगा स्पोट्र्स कांप्लेक्स का अंडर पास ही नहीं उसका टेनिस स्टेडियम और ओपन टेनिस कोर्ट की हालत भी काफी जर्जर है. टेनिस स्टेडियम का हालत भी अंडर पास की तरह ही है. स्टेडियम में पानी जमा रहता है, कुर्सियां टूटी हुई है. बता दें कि यह स्टेडियम को 15 करोड़ की लागत से बनाया गया है. बता दें कि इन सभी के अलावा हर स्टेडियम का एसीपी भी उखड़ रहा है.
सलाना 10 करोड़ रुपए होते हैं खर्च !
बता दें कि स्टेडियम का संचालन झारखंड स्पोट्र्स प्रमोशन सोसाइटी करती है, जो झारखंड सरकार और सीसीएल की एक ज्वाइंट वेंचर है. मिली जानकारी के अनुसार इसके मेंटेनेंस में करीब 10 करोड़ रुपए सलाना खर्च होते हैं. इसके बावजूद स्टेडियम की हालत काफी खराब हो चुकी है.
CCL के पास देख-रेख का जिम्मा
मेगा स्पोट्र्स कांप्लेक्स के किसी न किसी स्टेडियम में गेम होता रहता है. यहां हमेशा नेशनल इंटरनेशनल लेबल के प्लेयर्स पहुंचते रहते हैं. अंतरराष्ट्रीय स्तर का मेगा स्पोट्र्स कॉम्प्लेक्स 650 करोड़ रुपये की लागत से तैयार किया गया था. इस पूरे कॉम्प्लेक्स में 9 इंटरनेशनल स्तर के स्टेडियम हैं. इनके रख-रखाव का जिम्मा सीसीएल का है.
2011 में हुआ था नेशनल गेम्स
इस मेगा स्पोर्टर्स कॉम्प्लेक्स का निर्माण कार्य साल 2006 में शुरू हुआ था. इसे पूरा करने में करीबन तीन साल का समय लगा था. बता दें कि साल 2011 में इस मेगा स्पोर्टर्स कॉम्प्लेक्स में नेशनल गेम्स का आयोजन किया गया था. इसके अलावा स्टेडियम में कई राज्य स्तर के मैच होते रहते हैं. 34 वें नेशनल गेम के आयोजन के बाद इस परिसर के रखरखाव का जिम्मा सीसीएल को दिया गया था. झारखंड सरकार ने सीसीएल के साथ मिलकर जेएसएसपीएस का गठन किया, इसके जरिए पूरी मेंटेनेंस की देखरेख की जाने लगी.

4+