सरना धर्म कोड से किनारा कर एनआरसी का बिगुल फूंकने की तैयारी में डोमिसाइल मैन! अब दो संतालों के बीच देखने को मिलेगा दिलचस्प चुनावी नजारा

पिछले बार पिछले विधान सभा चुनाव में झामुमो-कांग्रेस ने संताल परगना की 18 में से 14 सीटों पर विजय पताका फहराया था, जबकि कोल्हान प्रमंडल में तो भाजपा का खाता तक नहीं खुला था. एनआरसी जैसे मुद्दे तब भी भाजपा की ओर से उछाले गये थें, तब भी बांग्लादेशी घुसपैठ को लेकर हवा बनाने की कोशिश की गयी थी, लेकिन परिणाम क्या निकला था, साफ है कि बाबूलाल को बदली जमीनी हकीकत में उन मुद्दों पर बात करनी होगी, जिसकी आग कोल्हान और संताल में लगी हुई है, उन्हे सरना धर्म कोड, खतियान आधारित नियोजन नीति, पिछड़ा का आरक्षण विस्तार पर अपना नजरिया साफ करना ही होगा.

सरना धर्म कोड से किनारा कर एनआरसी का बिगुल फूंकने की तैयारी में डोमिसाइल मैन! अब दो संतालों के बीच देखने को मिलेगा दिलचस्प चुनावी नजारा