पलामू (PALAMU) : हुसैनाबाद विधानसभा के चुनावी रण में उतरे प्रत्याशी भले ही अपने वोटरों को रिझाने को कई हथकंडे आजमाने में जुट गए हैं, लेकिन यहां जीत-हार राजपूत, मुस्लिम व पासवान वोटरों के रुझान पर तय होती है. इस बार 13 नवंबर को हुसैनाबाद विस क्षेत्र के कुल तीन लाख 20 हजार मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे. इनमें सबसे अहम भूमिका यहां के 17.6 प्रतिशत वोटर ही तय करेंगे कि किसके सिर ताज सजेगा. यहां के चुनावी चौसर का समीकरण साफ है, जिसके पाले राजपूत-पासवान समाज उसी के सिर ताज सजेगा.
एक ओर हुसैनाबाद विस की जनरल सीट पर पहली बार भाजपा से निवर्तमान विधायक सह पूर्व मंत्री कमलेश कुमार सिंह मैदान में हैं. इन्हें सभी जातियों के साथ-साथ राजपूत व पासवान वोट पर विशेष भरोसा रहता है. इस समीकरण को साधने में वह जुटे है, वहीं इंडी गठबंधन से राजद के पूर्व विधायक संजय कुमार सिंह यादव गठबंधन में चुनाव लड़ रहे हैं. राजद मुस्लिम और ओबीसी दोनों को अपना कोर वोटर मानकर चल रही है. आंकड़ों पर गौर करें तो हुसैनाबाद विधानसभा क्षेत्र में मुस्लिम मतदाता 14.01 प्रतिशत है, इसे सीधे तौर पर राजद अपना पॉकेट वोट मानकर चलती है. वहीं ओबीसी व मुस्लिम आबादी से अधिक राजपूतों की संख्या है. राजपूत, पासवान, बनिया, रजवार, ब्राह्मण के साथ अन्य ओबीसी तकरीबन 30 से 35 प्रतिशत वोटरों को भाजपा अपना वोट बैंक मानती है. ऐसे में जीत हार का सारा उत्तरदायित्व एक ओर राजपूत पासवान तो दूसरी ओर ओबीसी व मुस्लिम वोटरों पर है. मगर बीएसपी के कुशवाहा शिवपूजन मेहता इंडी गठबंधन का खेल बिगाड़ सकते हैं. क्योंकि उन्हें भी ओबीसी व दलित वोटों के सहारे ही चुनावी बैतरणी पार करना है.
हुसैनाबाद विधानसभा क्षेत्र में राजद व भाजपा में ओबीसी व एससी वोटरों को रिझाने की तेज हुई रस्साकशी
एनसीपी के कमलेश कुमार सिंह (अब बीजेपी) और राजद के संजय कुमार सिंह यादव में आमना-सामना मुकाबला होता रहा है. वर्ष 2019 के झारखंड विधानसभा चुनाव में हुसैनाबाद निर्वाचन क्षेत्र में एनसीपी और राजद के बीच मुकाबला हुआ था. एनसीपी उम्मीदवार कमलेश कुमार सिंह को 41293 तो राजद के संजय कुमार सिंह यादव को सिर्फ 31444 मत मिले थे. इस चुनाव में कुल 18 उम्मीदवार अपना भाग्य आजमा रहे हैं. एक ओर राजद बसपा को ओबीसी एससी व मुस्लिम वोटरों पर भरोसा है, वहीं बीजेपी को राजपूत, ब्राह्मण, बनिया पासवान, रजवार समेत अन्य हिन्दू वोटरों पर भरोसा है. हुसैनाबाद का समीकरण भाजपा के अलावा राजद व बसपा के बीच सिमटता नजर आने लगा है. अन्य दो निर्दलीय प्रत्याशी भी अपनी जीत को लेकर आश्वस्त हैं.
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