रांची: हेमंत सरकार के तीन वर्षों के कामकाज को जनविरोधी और नकारा बताते हुए भाजपा 11 अप्रैल से हेमंत हटाओ और झारखंड बचाओ का शंखनाद करने जा रही है. प्रदेश स्तर से लेकर शीर्ष नेताओं की टीम इस महाअभियान को सफल बनाने में जुटी हुई है.
चुनावो वादों की दिलायी गयी याद
इस बीच भाजपा सांसद विद्युत वरण महतो ने झामुमो को उसके ही घोषणापत्र की याद दिलाते हुए तीन-तीन राजधानियों के चुनावी वादे पर सवाल दागा है. सरकार के कामकाज पर तंज कसते हुए विद्युत वरण महतो ने कहा है कि हेमंत सरकार के तीन वर्ष तो पूरे हो गये, लेकिन इन तीन वर्षों में तीन-तीन राजधानियों का सपना पूरा नहीं हुआ. आज भी पलामू, चाईबासा और हजारीबाग के लोग अपने-अपने शहरों को राजधानी बनाये जाने का इंतजार कर रहे हैं. लेकिन लगता है हेमंत सरकार इस सपने को भूला गयी. इन तीन सालों में इस दिशा में कोई पहल नहीं की गयी.
स्वास्थ्य व्यवस्था की स्थिति चौपट
उन्होंने कहा कि राज्य में स्वास्थ्य व्यवस्था की स्थिति चौपट हो चुकी है, स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता काम करने के बजाय सिर्फ शब्दों की जादूगरी दिखला रहे हैं, झूठे वादों से लोगों को भरमाने की कोशिश की जा रही है. लेकिन सच्चाई यह है कि इन झूठे वादों से सच्चाई नहीं छूपती, जब से यह सरकार अस्तित्व में आयी है, अस्पतालों की दुर्दशा की शुरुआत हो गयी, जिलों की अस्पतालों की बात ही छोड़ दीजिये, अब तो रिम्स और एमजीएम अस्पताल में भी अफरातफरी की स्थिति मची हुई है. लोगों को दर-दर भटकना पड़ा है, जिनके पास पैसे हैं वे निजी अस्पतालों की ओर दौड़ रहे हैं, लेकिन उन गरीबों का क्या होगा, जिनके पास खाने को भी पैसे नहीं है.
4+