दुमका(DUMKA): हाल के कुछ दिनों से पूरे झारखंड में बिजली संकट व्याप्त है. प्रदेश की उपराजधानी दुमका में विद्युत संकट के खिलाफ लोगों का आक्रोश दिखने लगा है. सैकड़ों की संख्या में छात्र सड़कों पर उतर कर प्रदर्शन कर रहे हैं. पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुरूप छात्र समन्वय समिति के बैनर तले छात्रों ने शहर के श्री अमडा चौक को जाम कर दिया. छात्रों का आक्रोश इस कदर व्याप्त है कि छात्र अब अनिश्चितकालीन सड़क जाम की घोषणा कर चुके हैं. छात्र नेता का कहना है कि लोग सुदूरवर्ती गांव से शहर पढ़ने आए हैं. कोई सरकारी छात्रावास में तो कोई निजी छात्रावास में रहकर अपना भविष्य संवारने के लिए दिन रात मेहनत कर रहे हैं. लेकिन किसके बीच सबसे बड़ी बाधा बिजली संकट बन रहा है. छात्र कैंडल और ढिबरी की रोशनी में पढ़ने को विवश है. उनका कहना है कि छात्रावास में व्याप्त बिजली संकट के खिलाफ शासन से लेकर प्रशासन तक को कई बार अवगत कराया गया है. शाम 6:00 बजे से रात 11:00 बजे तक निर्बाध बिजली आपूर्ति की मांग की गई है. लेकिन बार-बार आश्वासन ही मिला. जब समस्या का समाधान नहीं हुआ तो अंत में सड़कों पर उतर गए हैं.
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सड़क जाम की सूचना पर मुफस्सिल थाना की पुलिस, बिजली विभाग के अधिकारी और सदर अंचलाधिकारी श्री अमडा चौक पहुंचे. छात्रों को समझाने में अधिकारियों को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी. इस बीच सड़क जाम के कारण वाहनों की लंबी कतार लग गई. लोग परेशान दिखे. करीब 3 घंटे की सड़क जाम के बाद एक बार फिर आश्वासन देकर अधिकारियों ने सड़क जाम समाप्त करवाया. एक बार फिर आश्वासन देकर विभाग ने छात्रों के सड़क जाम को समाप्त कराया, लेकिन सवाल उठता है कि क्या आश्वासन पूरा हो पाएगा. हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि पूरे राज्य में बिजली संकट व्याप्त है और अधिकारी भी कहते हैं कि महज एक तिहाई बिजली की आपूर्ति दुमका में हो रही है. इस स्थिति में अगर छात्रावास में अनवरत शाम 7:00 से रात 10:30 तक विद्युत की आपूर्ति होती है तो निश्चित रूप से इसका प्रभाव अन्य क्षेत्रों में पड़ेगा. घरों में रहकर पढ़ाई करने वाले छोटे-छोटे स्कूली बच्चे परेशान होंगे. लोगों की दिनचर्या प्रभावित होगी. हो सकता है भविष्य में आम लोगों का आक्रोश बिजली विभाग के प्रति देखने को मिले और लोग सड़क पर उतरने को बाध्य हो जाएं.
रिपोर्ट: पंचम झा, दुमका
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