धनबाद(DHANBAD) | आयुष्मान भारत जन आरोग्य योजना से जुड़े धनबाद के 10 अस्पताल जांच के घेरे में है. 10 अस्पतालों की सूची धनबाद के सिविल सर्जन को दी गई है. इन अस्पतालों पर आयुष्मान के मरीजों से पैसा लेने, समेत कई तरह की गड़बड़ियों की शिकायत है. मामले की जांच शुरू कर दी गई है. अस्पताल संचालकों के साथ बैठक के बाद उन्हें अपना पक्ष बताने को कहा गया है. आयुष्मान भारत योजना से जुड़े अस्पतालों में गड़बड़ी की शिकायत का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है. इन अस्पतालों पर मरीज से पैसा लेने, पूरी चिकित्सीय सेवा नहीं देने, दवा खरीदवाने समेत कई अन्य गंभीर आरोप है.
माँगा गया है अस्पतालों का पक्ष
स्वास्थ्य विभाग ने इन अस्पतालों की सूची सिविल सर्जन को दी है और उन्हें जांच का निर्देश दिया है. जानकारी के अनुसार इस सूची में अशर्फी अस्पताल, पाटलिपुत्र नर्सिंग होम, जेपी हॉस्पिटल, प्रगति मेडिकल एवं रिसर्च सेंटर, सर्वमंगला नर्सिंग होम, सनराइज हॉस्पिटल, श्रेष्ठ नेत्रालय, इसी आई एस जी सहित अन्य अस्पताल शामिल है. स्वास्थ्य विभाग से सूची मिलने के बाद सिविल सर्जन ने संबंधित अस्पताल के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की और उनसे स्पष्टीकरण मांगा गया है. उन्हें जल्द अपना लिखित जवाब देने को कहा गया है.
जानकारी नहीं रहती है मरीजों को
यह बात भी सच है कि आयुष्मान के मरीज को जानकारी के अभाव में उनसे राशि ली जाती है. दवा की खरीद कराई जाती है. भुगतान के लिए अस्पताल जो बिल प्रेषित करते हैं, उनमें भी गड़बड़ी की शिकायत मिलती रही है. दावे तो बहुत किए जाते हैं लेकिन लोकल स्तर या राज्य स्तर पर कभी इसका निरीक्षण नहीं किया जाता. नतीजा होता है कि अस्पताल मनमानी करते हैं और मरीज परेशान होते है. मरीज को आर्थिक, मानसिक और शारीरिक तीनों तरह की परेशानियां होती है. कोयलांचल में स्वास्थ्य व्यवस्था बिल्कुल चरमराई हुई है. धनबाद का एकमात्र सरकारी अस्पताल SNMMCH खुद बीमारी से ग्रसित है. ऐसे में वह मरीज का क्या इलाज करेगा, यह तो भगवान ही जाने.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो
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