रांची(RANCHI): देश की सबसे बड़ी मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना को लेकर बवाल जारी है. एक तरफ राज्य सरकार 56 लाख 61 हजार बेटी बहन को हर माह 2500 रुपये भेज रहे है तो दूसरी ओर सड़क पर महिला बवाल काट रही है. टेंशन में पैसा लेने वाले लाभुक भी है.अब इसके पीछे की वजह क्या है. आखिर जिस राज्य की महिलाओं को हेमंत सोरेन पैसा दे रहे वह विरोध में सड़क पर क्यों उतर गई है.अब इसके पीछे की कहानी क्या है. यह सवाल भी सभी के मन में उठ रहा है.
सबसे पहले बताते है कि मंईयां योजना की लाभुक के खाते में चार किस्त तक एक हजार रुपये पहुंचे लेकिन उसके बाद पाँचवी किस्त के रूप में 2500 मिलना शुरू हो गया. सभी के खाते में पैसा पहुँच भी गए है. जिन लाभुक के खाते में पैसे पहुंचे है उन्होंने साफ तौर पर सीएम हेमंत सोरेन का आभार जताया है और कहा कि हेमंत दादा ने अपने वादे के मुताबिक पैसा भेज दिया. इस पैसे से उनके जीवन स्तर में सुधार हुआ है. अपनी जरूरतों को पूरा कर रही है.
इस बीच कई ऐसी महिला है जिन्हे पैसा तो मिल रहा है. लेकिन उनके अंदर डर है. कही कार्रवाई ना हो जाए. दरअसल बड़ी संख्या में ऐसी लाभुक भी इस योजना की बनी है. जो फर्जी दस्तावेज और शपथ पत्र दाखिल कर लाभ ले रही है. अब ऐसे लाभुक पर कार्रवाई की तैयारी की जा रही है.साथ ही फर्जी तरीके से लाभ लेने वालों से सूद के साथ पैसे की वसूली की तैयारी है.
इन सब के बीच बड़ी संख्या में ऐसी महिला शामिल है जिनके खाते में पैसा नहीं पहुँच रहा है.अब ये महिलाएं सड़क पर उतर कर बवाल काट रही है. सरकार के खिलाफ नारेबाजी करती दिखी है. पहले बवाल की तस्वीर धनबाद से सामने आई उसके बाद जमशेदपुर में भी विरोध देखने को मिला है. विरोध कर रही महिलाओं का आरोप है कि उन्हे कार्यालय का चक्कर लगाना पड़ रहा है. अधिकारी सिर्फ दौड़ा रहे है.अब सब्र का बांध टूट गया है और आखरी रास्ता विरोध ही बचा है.
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