रांची(RANCHI): झारखंड कर्मचारी चयन आयोग एक ऐसी संस्था है जो छात्रों के भविष्य को बनाने के लिए हर साल विभिन्न परीक्षा लेकर युवाओं के भविष्य को सवारने का काम करती है. लेकिन अब नौकरी के जगह हर साल एक नए विवाद को जन्म देने में लगी है.हाल की बात करें तो JSSC CGL की परीक्षा आयोग के द्वारा लंबे अरसे के बाद ली गई. तीन लाख से अधिक अभ्यर्थियों ने परीक्षा दिया. दावा किया गया की कदाचार मुक्त परीक्षा खत्म हो गई. लेकिन कई तस्वीर सोशल मीडिया पर घूमने लगी. छात्र आरोप लगाने लगे की इस परीक्षा में भी खेल हो गया है. नौकरी बेच दी गई है. राज्य में शुरू हुए JSSCविवाद पर पूरी बात करेंगे आखिर छात्रों का क्या आरोप है और तथ्य क्या है किस बिनाह पर छात्र आक्रोशित हुए है.
सबसे पहले 21 तारीख और 22 तारीख की बात कर ले. परीक्षा इसी दिन ली गई थी. पेपर लीक ना हो इसके लिए सरकार ने इंटरनेट को भी बंद कर दिया. इसपर भी हंगामा हुआ लेकिन बाद में छात्र सामने आए और बताया कि परीक्षा का पूरा पेपर पहले से कई लोगों के पास मौजूद था. छात्रों ने कई दस्तावेज को दिखाया जिसमें दावा किया गया है कि पहले से आन्सर कई लोगों के पास मौजूद था.
छात्रों का आरोप है कि दो साल पहले ली गई परीक्षा का पूरा प्रश्न JSSC CGL के प्रश्न पत्र था. 80 से 90 प्रतिशत सवाल उसी का था. अब यह संयोग है या फिर कोई प्रयोग यह तो जांच में साफ होगा. दूसरा आरोप है कि कई छात्रों के पास पहले से सादे पेपर में आन्सर मौजूद था. वह केंद्र के बाहर उसे रट रहा था इसका भी वीडियो सामने आया है. तीसरा आरोप है कि सेटिंग के जरिए पेपर बिक गया हजारीबाग के सेंटर में पेपर की सील खुला हुआ मिला.
छात्रों के मुद्दे को लेकर हमेशा आवाज उठाने वाले छात्र नेता मनोज यादव भी JSSC दफ्तर पहुंच कर परीक्षा को रद्द करने की मांग की है. उन्होंने भी सेटिंग के जरिए नौकरी बेचने का आरोप लगाया है. मनोज यादव का मानना है कि इंटरनेट बंद करने के बाद अंदर खेल किया गया है. आखिर पेपर पहले से किसी के पास मौजूद कैसे था.
वहीं इस पूरे सवाल का जवाब आयोग के द्वारा भी दिया गया है. प्रभारी अध्यक्ष ने सभी दावों को गलत बताया है लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि अगर परीक्षा में गड़बड़ी की शिकायत आई है और इसमें तथ्य होगा तो जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी. सभी पहलुओं पर मंथन किया जाएगा. परीक्षा में हर जगह CCTV लगा हुआ था.
बहरहाल अब मुद्दा गरम हुआ है तो विपक्ष भी पीछे कहा रहने वाला था. नेता प्रतिपक्ष ने सरकार को घेरते हुए नौकरी बेचने का आरोप लगाया है. अमर कुमार बाउरी ने कहा कि इस सरकार में नौकरी बिक रही है. सरकार चैन की नींद में सोई है.नियुक्ति बिना घोटाले के सरकार पूरा कर ले ऐसा हो नहीं सकता है. चुनाव के बाद सत्ता में आएंगे और इस पूरे प्रकरण की सीबीआई जांच कराएंगे.
4+