रांची (RANCHI): राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के सम्मान में राजभवन की ओर से पार्टी का आयोजन किया गया था. इसमें मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन राज्य सरकार के मंत्री सांसद कई केंद्रीय और राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए. इस कार्यक्रम में सांसदों को भी आमंत्रित किया गया था.
अब जानिए एक अलग घटना के बारे मे. राजभवन में आयोजित दावत में शामिल होने वाले आमंत्रित लोगों को कार्ड लेकर अंदर आना था. जब दीपक प्रकाश अपनी गाड़ी से राज भवन के मुख्य द्वार पर पहुंचे. उसी गाड़ी में राज्यसभा सांसद समीर उरांव और आदित्य साहू भी बैठे हुए थे.
कार्ड दिखाने के नाम पे गुस्सा हुए दीपक प्रकाश
लेकिन राज्यसभा सांसद और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश से जब कार्ड दिखाने को कहा गया तो वह गुस्से में आ गए. राजभवन के इस कार्यक्रम में भाग लेने के लिए आगंतुक के पास कार्ड होना जरूरी था. इसके अलावा राजभवन की ओर से आमंत्रित लोगों की सूची सुरक्षा अधिकारियों को दी गई थी. कार्ड और सूची में नाम को मिलाकर ही किसी को अंदर प्रवेश करने दिया गया. वाहन में चालक के अलावा किसी अन्य को अंदर जाने की इजाजत नहीं थी. राज भवन के मुख्य द्वार पर जब स्पेशल ब्रांच के अधिकारियों ने राज्यसभा सांसद दीपक प्रकाश से आमंत्रण कार्ड दिखाने को कहा तो वे भड़क गए. सुरक्षा अधिकारियों ने जब कहा कि कार्ड दिखाना ही होगा तो फिर दीपक प्रकाश गाड़ी से उतर गए और गुस्से में आ गए.
फिर सूची में देखकर तीनों सांसदों को यानी दीपक प्रकाश, समीर उरांव और आदित्य साहू राज भवन के अंदर प्रवेश कर पाए. कुछ समय के लिए वहां पर थोड़े स्थिति देखने लायक बन गई थी. राज भवन के गेट पास खड़े सुरक्षा अधिकारियों ने कहा कि वे अपनी ड्यूटी निभा रहे हैं. इसलिए कार्ड की मांग कर रहे हैं. स्पेशल ब्रांच के ये अधिकारी इन तीनों सांसदों को नहीं पहचान पा रहे थे. एक तरह से असमंजस की स्थिति उत्पन्न हो गई थी. मंत्री हफीजुल अंसारी भी राजभवन जाने के लिए गेट पास पहुंचे तो उन्हें भी अपने पीए को गाड़ी से उतारने का निर्देश दिया गया. मंत्री ने कहा कि पुए तो जाना चाहिए लेकिन इसकी इजाजत नहीं दी गई. मंत्री सत्यानंद भोक्ता भी पहुंचे तो उन्हें भी कहा गया कि वह अपनी गाड़ी से पीए उतार दें. उन्हें भी ऐसा ही करना पड़ा. सुरक्षा अधिकारियों ने कहा कि जैसा अंदर से निर्देश है उसी हिसाब से वे जाने की इजाजत दे रहे हैं.
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