धनबाद(DHANBAD) : 2005 में झारखंड मुक्ति मोर्चा, 2009 में झारखंड मुक्ति मोर्चा, 2014 में आजसू, फिर 2019 में झारखंड मुक्ति मोर्चा की जीत धनबाद के टुंडी विधानसभा से हुई थी. लेकिन 2024 में इस सीट पर जदयू ने भी दावा ठोंक दिया है. झारखंड अलग होने से पहले हुए चुनाव को दावा का आधार बनाया गया है. जदयू पार्टी का धनबाद के टुंडी विधानसभा क्षेत्र का कार्यकर्ता सम्मलेन रविवार को राजगंज में हुआ. इस कार्यक्रम में बिहार सरकार के ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार, जदयू के प्रदेश अध्यक्ष खीरू महतो, जदयू के झारखंड सह प्रभारी विजय कुमार सिंह सहित अन्य मौजूद थे. इस कार्यक्रम में टुंडी सीट पर जदयू ने दावा ठोक दिया. बिहार सरकार के ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि टुंडी विधानसभा जदयू पार्टी की सीट रही है. 2000 में जदयू पार्टी टुंडी से चुनाव लड़ी थी.
कार्यकर्ता सम्मेलन ऐतिहासिक बताया खीरू महतो ने
सांसद खीरू महतो ने कहा कि कार्यकर्ता सम्मेलन ऐतिहासिक है. कार्यक्रम ने साबित कर दिया है कि जनता टुंडी में बदलाव चाहती है. वैसे, टुंडी विधानसभा क्षेत्र फिलहाल "हॉट केक" बनने की ओर अग्रसर है. कई दलों की इस पर नजर है. झारखंड मुक्ति मोर्चा तो इस सीट पर चुनाव लड़ेगा ही, लेकिन आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो की भी टुंडी सीट पर नजर गड़ी हुई है. हो सकता है कि वह सिल्ली और टुंडी दो विधानसभा क्षेत्र से किस्मत आजमाएं, वैसे जयराम महतो ने कहा है कि अगर सुदेश महतो टुंडी विधानसभा से चुनाव लड़ेंगे तो वह भी टुंडी विधानसभा से चुनाव निश्चित रूप से लड़ेंगे. इधर, रविवार को टुंडी विधानसभा क्षेत्र के राजगंज में कार्यकर्ता सम्मेलन कर जदयू ने भी टुंडी सीट पर दावा ठोक कर इस सीट पर रोमांच बढ़ा दिया है. झारखंड विधानसभा के होने वाले चुनाव में जदयू भी एनडीए का हिस्सा रहेगा.
झारखंड में जदयू अभी से बनाने लगा है दवाब
ऐसे में जदयू अभी से ही दबाव बनाने का काम शुरू कर दिया है. देखना दिलचस्प होगा कि एनडीए के खाते से किस दल को कितनी सीटें मिलती है. इस बार झारखंड में सीटों का बंटवारा न तो एनडीए के लिए आसान होगा और ना इंडिया ब्लॉक के लिए. धनबाद जिले में छह विधानसभा क्षेत्र है. जिनमे फिलहाल चार पर भाजपा का कब्जा है. टुंडी विधानसभा क्षेत्र झामुमो के पास है तो झरिया में कांग्रेस का कब्जा है. बाघमारा विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के ढुल्लू महतो अब सांसद चुन लिए गए है. वैसे, इस बार धनबाद जिले के लगभग सभी सीटों पर दावेदारों की लंबी फौज है. दावेदारों की संख्या किसी एक पार्टी में नहीं बल्कि लगभग सभी पार्टियों में अधिक है.धनबाद के बाघमारा पर भी जदयू की नजर है.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो
4+