टीएनपी डेस्क (Tnp desk):-झारखंड में इन दिनों लोग सर्दी, खांसी, बुखार की चपेट में दिख रहें हैं. बीमारी के चलते घर से निकलना उनका मुश्किल हो गया है. मौसम की करवट के चलते उनकी जिंदगी थम सी गयी है. कुछ दिन पहले तक हड्डियों को कंपा देने वाली ठंड के चलते लोग हलकान थे. लोग आशाए पाले थे कि कम से कम मौसम में कुछ गर्मी आ जाए. अब यही हल्की गर्मी और ठंड के मिलन से लोग बीमार पड़ रहे हैं.
मौसम का उतार-चढ़ाव
मौसम कब बेईमान हो जाए कौन नहीं जनता. लेकिन, इसके चलते इंसान को खामियाजा भुगतना पडता है. झारखंड में पल-पल बदलते मौसम का तो यही मिजाज है. जिसके चलते आम लोग का हाल बेहाल हो गया है. अधिकत्तम और न्यूनतम तापमान में एक सप्ताह में 07 से 18 डिग्री का अंतर देखने को मिल रहा है. दरअसल, दिन में गर्मी का अहसास हो रहा है, तो सुबह, शाम और रात में कड़ाके की ठंड का. 9 मार्च को अधिकत्तम तापमान 26.3 डिग्री रहा , तो न्यूनतम तापमान 10.8 डिग्री सेल्सियस रहा.
गर्मी के थोड़ा आने से जो लोग रात में रजाई ओढ़ते थे, अब वही रात में पंखा चलाकर सो रहे हैं. जिसके चलते भी शरीर में असर पड़ा है. इसके चलते सर्दी-खांसी, जुकाम ,गले में खरास और बुखार का प्रकोप बढ़ा है.
बीमारियों का बढ़ा खतरा
शनिवार को एमजीएम अस्पताल के ओपीडी के मेडिसिन विभाग ने 342 मरीजों का इलाज कराया. जिसमे आधे से अधिक मरीज मौसमी बीमारियों के थे. एमजीएम के डॉक्टर्स ने अभी इस मौसम में रात में पंखा चलाना सही नहीं बता रहें है. क्योंकि अभी मौसम में उतार-चढ़ाव हो रहा है. बच्चों को खासकर परेशानी हो सकती है. क्योंकि उनका इम्यून सिस्टम कमजोर होता है. पंखे की हवा से गले में संक्रमण हो सकता है.
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