दिल्ली का कौन होगा सीएम-प्रवेश वर्मा कि मनोज तिवारी, पढ़िए क्या है इस दोनों की केमिस्ट्री
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धनबाद(DHANBAD) : दिल्ली का चुनाव परिणाम अब सबके सामने है. इसके साथ ही मुख्यमंत्री कौन होगा, इस पर भी चर्चाएं तेज हो चली है. दिल्ली का मुख्यमंत्री प्रवेश वर्मा होंगे या मनोज तिवारी या कोई और, इस पर चर्चा अधिक चल रही है. मनोज तिवारी के नाम पर चर्चा इसलिए भी है कि बिहार, यूपी के लोगों ने भाजपा को सत्ता तक पहुंचाने में बड़ी भूमिका निभाई है. लेकिन प्रवेश वर्मा दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को पराजित कर अपनी दावेदारी मजबूत की है. दावेदार तो रमेश बिधूड़ी भी थे, लेकिन वह चुनाव हार गए है. इसलिए ऐसा नहीं लगता कि उनके नाम पर विचार किया जा सकता है. वैसे अन्य नाम भी है. लेकिन सूत्र बताते हैं कि प्रवेश वर्मा और मनोज तिवारी के बीच ही मुख्यमंत्री की कुर्सी की लड़ाई है.
भाजपा का निर्णय अबतक तो चौकाते रहे है
वैसे, भाजपा का मुख्यमंत्री के संबंध में कोई भी निर्णय अबतक चौकाता रहा है. इसलिए भी अभी साफ तौर पर कोई कुछ कहने की स्थिति में नहीं है. रमेश बिधूड़ी के भी नाम की चर्चा थी लेकिन वह चुनाव हार गए है. प्रवेश वर्मा ने अरविंद केजरीवाल को पराजित किया है. प्रवेश वर्मा को चुनाव जीतने के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुलाकर बधाई भी दी है. इसका भी कोई ना कोई मतलब निकाला जा रहा है. प्रवेश वर्मा जाट समुदाय से आते है. ऐसे में उनके जरिए दिल्ली और हरियाणा के जाट वोटरों को साधने का बीजेपी प्रयास कर सकती है.
प्रवेश वर्मा के बयान भी कुछ इस तरह के आते रहे है
प्रवेश वर्मा के बयान भी कुछ इस तरह के आते रहे है कि दिल्ली के जाट नेता, भाई-बहन भाजपा के साथ है. दिल्ली का विकास केवल भाजपा ही कर सकती है. यह भी कहा जाता है कि इसी वर्ष बिहार में विधानसभा चुनाव होने है और दिल्ली के चुनाव परिणाम में बिहार, यूपी वालों की बड़ी भूमिका सामने आई है. ऐसे में हो सकता है कि मनोज तिवारी को मुख्यमंत्री बना दिया जाए. अगर मुख्यमंत्री नहीं किन्ही करने से बनते है तो उपमुख्यमंत्री भी बनाया जा सकता है. दिल्ली में मुख्यमंत्री सहित सात मंत्री होते है. सत्तर सदस्य वाली विधानसभा है और 10% लोगों को मंत्रिमंडल में स्थान मिलता है.
रिपोर्ट-धनबाद ब्यूरो
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