कैसी व्यवस्था- आधार कार्ड में करवाना है सुधार...तो छोड़ने पड़ेंगे जरूरी काम, पूरे दिन लंबी लाइन में खड़े रहने पर भी नहीं हो रहा काम, लोग परेशान

देवघर(DEOGHAR): शुरुआत में जब गैस सिलेंडर लेने के लिए ग्राहकों की लाइन देर रात से ही लग जाती थी. कारण था कि गैस सिलेंडर की कमी और उपभोक्ताओं की महीना में कुछ ट्रक की आती थी और लोग प्रतिदिन रात में ही अपने अपने सिलेंडर के साथ आपूर्ति वाली जगह पर लाइन लग जाते थे. आलम ऐसा था कि 3 सौ से ज्यादा उपभोक्ताओं को सिलेंडर नहीं मिलता था. बाकी बचे लोग फिर अगले दिन इसी उम्मीद के साथ लाइन में लगते थे की आज गैस लोड ट्रक आएगी तो आज जरूर उन्हें सिलेंडर मिलेगा. लेकिन उनके उम्मीद पर पानी फिर तब जाता है जब उसदिन ट्रक नहीं आती. ऐसा सिलसिला ट्रक आने तक जारी रहता था. ठीक इसी तरह की व्यवस्था इनदिनों देवघर में देखा जा रहा है. जहाँ सरकार की नीति से परेशान बृद्ध से लेकर हर आयु वर्ग के लोग और दूर दराज से आने वाले परेशान हो रहे है
एक दिन में मात्र 24 लोग को ही फायदा,बाकी अगले दिन का इंतजार
आधार कार्ड में सुधार करवाना देवघर के लोगों को परेशान करने जैसी व्यवस्था सरकार द्वारा की गई है. दरअसल देवघर हेड पोस्ट ऑफिस में मात्र आधार कार्ड सुधारने का काम किया जा रहा है. आलम यह है कि एक दिन में महज 24 का ही आधार कार्ड में सुधारने का काम हो पाता है. लेकिन सुधारने के लिए 1 सौ से लेकर डेढ़ सौ तक प्रतिदिन लोगों की कतार लग रही है. सुधार करवाने वाले दूर दराज गांव से आते है जिनमे अधिकांश वृद्ध के अलावा अन्य है।किसी को राशन उठाना है,किसी को मईया सम्मान योजना का लाभार्थी बनना है,किसी को नौकरी के लिए तो कोई स्कूल कॉलेज के लिए आधार कार्ड में सुधार करना है. महज एक दिन में 24 का ही सुधार काम होता है बाकी बचे लोगो को अगला दिन का इंतज़ार करना पड़ता है. वैसे तो साढ़े नौ बजे प्रधान डाकघर खुलता है लेकिन लोगो की कतार देर रात से ही लग जाती है. सुधार काउंटर खुलने के बाद कतार में खड़े रहने वाले मात्र 24 लोगो को कूपन दिया जाता है बाकी को अगले दिन आने के लिए कह दिया जाता है. ऐसे में लोग देर रात में ही भूखे प्यासे रहकर पहले 24 में आने के लिए लाइन लग जाते है.
सरकार की ऐसी व्यवस्था से तंग आकर लोग अत्यधिक सुधार काउंटर और जगह जगह खोलने की गुहार लगा रहे है. देवघर में ऐसी व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए अवश्य ही सरकार को सोचना चाहिए.
रिपोर्ट: रितुराज सिन्हा
4+