धनबाद के इस घर में आग का क्या है रहस्य, क्यों है वैज्ञानिकों के लिए भी चुनौती,पढ़िए इस रिपोर्ट में

धनबाद(DHANBAD): इस आग का रहस्य क्या है? यह आग क्यों बन गई है वैज्ञानिकों के लिए भी चुनौती? क्या धनबाद जिला प्रशासन इस रहस्यमयी आग की जांच को स्पेशलिस्ट को आमंत्रित करेगा?आखिर क्यों पहले जमीन गर्म होती है ? क्या आग का जमीन गर्म होने या बिजली की अर्थिंग से कोई सम्बन्ध है ? यह सब सवाल उठा रहा है धनबाद शहर के हीरापुर के मास्टर पड़ा का एक घर. बात थोड़ी विचित्र, इसलिए भी लग रही है कि इस आवास के अगल-बगल कोई कोयले की खदान नहीं है. कोई ज्वलनशील पदार्थ नहीं दिखता है. घनी आबादी है. आबादी के बीच बने एक दो मंजिला आवास में पिछले 5 दिनों से एक ही घर में कहीं ना कहीं आग लग जा रही है. हालत यह हो गए हैं कि घर मालिक सोमवार को घर का सामान हटाकर कहीं बाहर भेज रहे है. बताया जाता है कि पहले जमीन गर्म होती है ,उसके बाद आग लग जाती है .
जिस कपड़े में आग लगती है ,अगल -बगल के सामान सुरक्षित होते
जिस कपड़े या समान में आग लगती है, अगल-बगल के कपड़े अथवा सामान उसे वक्त सुरक्षित रहते है. घर मालिक की माने तो पहले जमीन गर्म होती है. उसके बाद आग पकड़ लेती है. एक्सपर्ट की माने तो जमीन की मिट्टी की सैंपलिंग करने के बाद ही जांच की जा सकती है कि आखिर जमीन क्यों गर्म होती है. और इसका आग से क्या सम्बन्ध है. कहा तो यह भी जाता है कि रविवार की रात को धनबाद के अग्नि समन अधिकारी जब जांच को पहुंचे तो उनके सामने में भी कपड़े में अचानक आग लग गई. उन्होंने भी छानबीन की, लेकिन कोई कारण नजर नहीं आया. मकान मालिक ने जिला प्रशासन को आवेदन देकर जांच की मांग की थी. इस घर में अंशुमन चौधरी अपने परिवार के साथ रहते है. बकौल अंशुमन चौधरी 27 फरवरी की सुबह अटैची में आग लग गई थी. घर के लोगों ने मामूली घटना समझा, लेकिन शाम होते-होते फिर आग लग गई.
28 फरवरी को परिवार के लोग बाहर गए थे ,लौटे तो आग लगी हुई थी
28 फरवरी को परिवार के लोग घर बंद कर कहीं बाहर गए थे. लौटे तो देखा मैट्रेस जल रहा था. कमरे में धुआं भरा था. पूरा कमरा काला पड़ गया था लेकिन इसके अलावा और कुछ नहीं जला था. इसके बाद कभी कपड़े तो कभी कैलेंडर तो कभी अन्य सामानों में आग लग रही है. मकान मालिक के मुताबिक पहले फर्श गर्म होता है और फिर किसी कोने में कुछ जलने लगता है. इस संबंध में उन्हें डीसी को भी आवेदन दिया है. मकान मालिक की माने तो दो दिन पूर्व घर के जिस हिस्से में इनवर्टर की बैटरी रखी हुई थी, वहां की जमीन गर्म हुई. इसके बाद जोरदार आवाज के साथ बैटरी और इनवर्टर ब्लास्ट हो गया था. बाद में जिस जिस स्थान पर जमीन गर्म होते पाई गई, उस हिस्से में रखे सामान में आग लग गई. यह घटना तो वैज्ञानिकों के लिए भी जांच का विषय है तो बिजली विभाग को भी इसकी जांच करनी चाहिए. क्या अर्थिंग की समस्या से यह आग लग रही है या आग किसी दूसरी वजह से लग रही है या इस आग के पीछे कोई रहस्य है. यह तो अब जांच के बाद ही पता चलेगा.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो
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