रांची(RANCHI): चुनाव खत्म होने के बाद अब फिर से हेमंत सोरेन को लेकर झारखंड की राजनीति गर्म हो गई है.हेमंत सोरेन पिछले पाँच माह से जेल में बंद है, बावजूद उसके सियासी गलियारों उनकी में खूब चर्चा है. लोकसभा चुनाव में भले वह मौजूद नहीं रहे लेकिन पूरा चुनाव ही हेमंत के नाम पर हुआ है. जहां एक पक्ष ने जेल भेजने के पीछे भाजपा का हाथ बताया है वहीं भाजपा जमीन कब्जे के आरोप को चुनावी मुद्दा बना कर मैदान में डटी रही. अब एक दिन पहले हेमंत सोरेन के सोशल मीडिया एकाउंट से हुए पोस्ट ने झारखंड की राजनीति में बवाल मचा दिया है.
दरअसल हेमंत सोरेन के फेसबुक और इंस्टाग्राम एकाउंट से एक पोस्ट किया गया. जिसमें हेमंत के साथ झारखंड की जनता को खड़े होने का आह्वान किया गया. साथ ही एक डर होने का इशारा किया गया है. जिसमें फादर स्टेन स्वामी की मौत का जिक्र किया गया है.
पढिए क्या है पूरा पोस्ट
इस चुनाव झारखण्ड ने 84 वर्षीय जेसुइट पादरी और आदिवासी अधिकार कार्यकर्ता फादर स्टैन स्वामी की हिरासत में हुई अनुचित मौत जो की भारत की लोकतंत्र और मानवाधिकारों की स्थिति पर एक काला धब्बा है - उसका बदला लेने की शुरुआत की है।
दशकों से आदिवासी समुदायों के अधिकारों के लिए वकालत एवं लड़ाई लड़ने वाले फादर स्टेन के उच्च आयु और पार्किंसंस रोग के बावजूद, उन्हें भाजपा सरकार द्वारा लगाए गए झूठे आतंकवाद के आरोपों पर जमानत और समुचित चिकित्सा उपचार से वंचित रखा गया। पानी पीने के लिए 25 पैसे का स्ट्रॉ नहीं दिया गया
जेल की स्थितियों से बिगड़ते स्वास्थ्य के कारण, फादर स्टैन की दुर्भाग्यपूर्ण मौत 5 जुलाई, 2021 को हिरासत में हो गई। उनकी मौत आतंकवाद के बहाने से विपक्ष एवं आदिवासियों को दबाने और मानवाधिकार कार्य को अपराधीकरण करने की भाजपा की नीति का उदाहरण है।
जैसे सबसे कमजोर वर्ग के लिए आवाज उठाने वाले फादर स्टेन को संस्थागत उपेक्षा और अन्याय से चुप कराया गया, आज उसी तरह का जुल्म हेमन्त सोरेन पर हो रहा है ।
आज ज़रूरत है हर एक झारखंडी को हेमन्त सोरेन के पक्ष में मज़बूती के साथ खड़ा होने की वरना ये झारखंड को मणिपुर बनाने से बाज़ नहीं आएँगे।
इस पोस्ट पर झारखंड मुक्ति मोर्चा के प्रवक्ता तनुज खत्री से जब सवाल पूछा गया की आखिर इस पोस्ट के पीछे की वजह क्या है. क्या हेमंत सोरेन को जेल में किसी तरह का कोई खतरा है. इसपर झामुमो के तनुज ने बताया कि अगर किसी को बिना गुनाह के जेल में कैद कर दिया जाए तो इससे बड़ी बात और क्या होगी. जेल में रहना अपने आप में एक बड़ी सजा है. इस पोस्ट के जरिए हेमंत सोरेन की पीड़ा को बताने की कोशिश की गई है.
इसपर भाजपा ने झामुमो को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि कोर्ट ने इनकी गिरफ़्तारी को सही माना है. हेमंत सोरेन एक घोटाले के आरोप में जेल में बंद है.झामुमो आदिवासी कार्ड खेल कर लोगों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ कर रही है. झारखंड की जनता ने आजादी के पहले से ही आदिवासियों पर हो रहे अन्याय के खिलाफ आंदोलन कर अपना हक लिया है. लेकिन हेमंत सोरेन खुद आदिवासियों पर अन्याय कर रहे थे.आदिवासी की जमीन को सत्ता के नशे में कब्जा करने का काम किया है.
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