धनबाद(DHANBAD): उफ़ यह गर्मी और हाय रे पानी संकट, ऊपर से बिजली की किल्लत, इसी परिस्थिति में धनबाद जी रहा है. पानी संकट तो लगता है कि धनबाद की किस्मत में सट गया है. शहर के लोगों को मैथन जलापूर्ति से थोड़ी राहत तो जरूर है लेकिन अब उसमें भी किल कांटे ठोक दिए गए है. सरकारी विभागों की आपसी खींचतान भी इसका एक प्रमुख वजह है. पानी आपूर्ति का लोड तो बढ़ाया नहीं जा रहा है लेकिन बेतहाशा ढंग से कनेक्शन बढ़ा दिए जा रहे है. धनबाद शहर के लिए जो पाइप लाइन बिछाई गई है, उस पाइप लाइन से 55 एमएलडी पानी शहर के 19 जलमीनारों में जाता है और लोगों के घरो तक पहुंचता है. लेकिन अब जुडको भी जलापूर्ति पाइप लाइन से कनेक्शन दे रहा है.
जुडको भी दे रहा है कनेक्शन
नतीजा है कि लोड बढ़ जाने के कारण पानी लोगो के घरो तक नहीं पहुंच पा रहा है. विभागीय सूत्रों का कहना है कि 10 एमएलडी पानी के लिए जुडको ने कनेक्शन शुरू किया है. हालांकि इसके लिए अलग वाटर ट्रीटमेंट प्लांट बन रहा है लेकिन इस काम को पूरे होने में अभी 6 माह से अधिक वक्त लग सकता है. उसके पहले ही कनेक्शन देना शुरू कर दिया गया है. मतलब 55 एमएलडी में ही पानी बट जा रहा है. भेलाटांड़ वाटर ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 77 एमएलडी पानी की आपूर्ति की है. फिर भी काफी जद्दोजहद के बाद अभी सिर्फ 55 एमएलडी पानी ही 19 जल मीनारों के लिए आपूर्ति किया जाता है.
करार के अनुसार शहर को हर दिन 55 एमएलडी पानी दिया जा रहा है
एक अधिकारी के अनुसार करार के अनुसार शहर को हर दिन 55 एमएलडी पानी देना है, इस करार के मुताबिक रोज 55 एमएलडी पानी की सप्लाई हो रही है. इतना पानी से पूरे शहर को सामान्य रूप से जलापूर्ति होती थी लेकिन जुडको नया कनेक्शन जोड़ रहा है तो लोगों को पानी की समस्या होने लगी है. सवाल उठता है कि जुडको आखिर किसकी अनुमति से बिना ट्रीटमेंट प्लांट तैयार हुए जलापूर्ति कर रहा है. इसके पहले शहर को 45 एमएलडी पानी की आपूर्ति होती थी लेकिन लोगों की परेशानियों को देखते हुए धनबाद के भाजपा विधायक राज सिन्हा ने रांची जाकर इस मामले में हस्तक्षेप किया और शहर को 55 एमएलडी पानी की आपूर्ति शुरू कराइ. लगता है कि पूरी गर्मी धनबाद शहर को पानी संकट झेलना पड़ सकता है.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो
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