देवघर में पैसे देकर साफ-सुथरा घाट खरीदने को मजबूर है व्रति परिवार, जानें क्यों जिला प्रशासन के रवैये से नाखुश हैं लोग


देवघर(DEOGHAR):दीपावली समाप्त होते ही चार दिवसीय छठ पर्व की तैयारी शुरू कर दी गई है. बाबा नगरी देवघर में तीन दर्जन से अधिक छोटे-बड़े तालाब है, जहां छठ के अवसर पर भगवान भास्कर को अर्घ देने के लिए लोग इकट्ठा होते हैं. शहरी क्षेत्र की बात करें तो मुख्य रूप से शिवगंगा सरोवर और डढ़वा नदी में अर्थ देने वालों की भीड़ जुड़ती है. इस लोक आस्था छठ पर्व के अवसर पर लोगों को किसी तरह की दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़े, इसके लिए जिला प्रशासन द्वारा संबंधित विभाग के अधिकारियों को घाटों की सफाई को लेकर सख्त निर्देश दिया गया है.
अधिकारियों को सफाई के साथ लाइटिंग की समुचित व्यवस्था मुहैया कराने का भी निर्देश
संबंधित अधिकारियों को सफाई के साथ ही साथ लाइटिंग की समुचित व्यवस्था मुहैया कराने का भी निर्देश दिया गया है. हालांकि अधिकांश छठ घाट पर कुछ दिन पहले से ही स्थानीय लोगों द्वारा घाट का निर्माण शुरू कर दिया जाता है.डढ़वा नदी की बात करें तो मुख्य आकर्षण का केंद्र छठ के अवसर पर यहां रहता है. यहां घाट निर्माण कर रहे लोगों द्वारा जमकर घाट की बिक्री की जाती है, खरीदार भी मानते हैं कि साफ सुथरा और उचित जगह पर रुपए देकर आसानी से घाट यहां उपलब्ध हो जाता है.
जिला प्रशासन के रवैये से नाखुश है लोग
हालांकि वैसे लोग भी हैं जो जिला प्रशासन के तरफ से की जा रही साफ सफाई को अभी तक नाकाभी मान रहे हैं.कल से लोक आस्था का महापर्व कद्दू भात के साथ शुरू हो रहा है. अब देखना होगा कि घाटों पर व्रतियों को पूजा समिति और जिला प्रशासन द्वारा क्या-क्या सुविधा और मुहैया कराई जाएगी.डढ़वा नदी घाट पर जितने भी घाट बन गए है, उसके खरीदार द्वारा अपनी तख्ती लगा दी गई है.घाट की खरीद बिक्री पर प्रशासन को संज्ञान लेना चाहिए.
रिपोर्ट-रितुराज सिन्हा
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