दुर्भाग्यपूर्ण!राज्य गठन के 23 साल बाद भी चाईबासा के इस क्षेत्र में नहीं पहुंचा विकास, आज भी डंडे में चादर बांधकर मरीज को पहुंचाया जाता है अस्पताल

झारखंड सरकार की ओर से राज्य के निचले और पिछड़े पैदान पर रहनेवाले लोगों तक हर सुविधा पहुंचाने का दावा करती है, लेकिन सरकार के ये दावे हकीकत में धरातल पर नहीं दिखते है. सरकार के दाबे को किस कदर खोखली है उसे देखना हो तो पश्चिमी सिंहभूम जिलें के घोर नक्सल प्रभावित सारंडा के सुदूरवर्ती नुईयागड़ा गांव जा कर देखें. जहां के लोग सरकार के तमाम प्रकार के सरकारी जन कल्याणकारी योजनाओं से वंचित है.यहां आज भी लोगों को अस्पताल जाने के लिए अच्छी सड़क और एम्बुलेंस का अभाव की वजह से मरीजों को  डंडे में कपड़ा बांधकर लोग अस्पताल पहुंचाते है, जो काफी दुर्भाग्यपूर्ण है.

दुर्भाग्यपूर्ण!राज्य गठन के 23 साल बाद भी चाईबासा के इस क्षेत्र में नहीं पहुंचा विकास, आज भी डंडे में चादर बांधकर मरीज को पहुंचाया जाता है अस्पताल