Big Breaking: दुमका में आदिम जनजाति की दो महिलाओं की जिंदा जलकर मौत, मामला संदेहास्पद !


दुमका(DUMKA): झारखंड की उपराजधानी दुमका के मुफस्सिल थाना क्षेत्र अंतर्गत फिटकोरिया गांव में आदिम जनजाति पहाड़िया समाज की दो बुजुर्ग महिलाओं की आग से झुलसकर संदेहास्पद मौत हो गई.मृतक महिलाएं मेघिया देवी (65) और बृहस्पतिया देवी (55) आदिम जनजाति पहाड़िया समाज से थीं, जो पहले से ही सामाजिक, आर्थिक और भौगोलिक रूप से हाशिए पर है.
अलग-अलग स्थानों पर मिले शव, हादसा या हत्या!
घटना को लेकर सबसे बड़ा सवाल यह है कि दोनों महिलाओं के शव अलग-अलग स्थानों पर कैसे मिले.अगर यह केवल आग तापने के दौरान हुआ हादसा था, तो फिर दोनों के जलने की जगह एक ही क्यों नहीं थी? यही सवाल पहाड़िया समाज को हादसे की थ्योरी पर विश्वास नहीं करने दे रहा है.
पुलिस ने दोनों शव को लिया कब्जे में, जांच शुरू
बताया जा रहा है कि घटना रविवार देर रात की है, लेकिन पुलिस को सूचना सोमवार दोपहर बाद दी गई.सूचना मिलते ही मुफस्सिल थाना प्रभारी सत्यम कुमार दल बल के साथ घटना स्थल पर पहुंचे.दोनों शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी गई है.
नाबालिग परिजनों के घर से बाहर रहने पर उठ रहे सवाल
घटना के समय बृहस्पतिया का बेटा और नाती दोनों नालिग है घर से बाहर था.कहा जा रहा है कि दोनों गांव में किसी कार्यक्रम में गए थे जो रात 10 बजे घर लौटे तो घर का नजारा देख दंग रह गया.घर के नाबालिग परिजनों का रात में बाहर होना कई सवालों को जन्म दे रहा है.क्योंकि अमूमन पहाड़ी गांव में जहां लोग शाम में ही घर लौट आते हैं वहीं नाबालिकों का इतनी देर रात तक बाहर रहना घटना को संदेहास्पद बना रहा है
आग तापने के दौरान मौत की आशंका : थाना प्रभारी
इस बाबत मुफस्सिल थाना प्रभारी सत्यम कुमार ने बताया कि प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है की मेघीया देवी अपने घर के पास रहने वाली बृहस्पतिया देवी के यहां गई थी.जहां वह कमरे में आग ताप रही थी.आशंका जताई जा रही है कि नींद की झपकी आने के दौरान आग कपड़े में पकड़ लिया होगा और दोनों महिलाएं उसकी चपेट में आ गई जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई.
पोस्टमार्टम ही बताएगा सच्चाई
पुलिस के अनुसार दोनों शवों का पोस्टमार्टम मंगलवार को होगा. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही सच्चाई का पता चल पाएगा.फिलहाल इस घटना को लेकर इलाके में दहशत का माहौल है.
रिपोर्ट: पंचम झा
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