देवघर(DEOGHAR): देशभर में बेरोजगारी चरम पर है. इसे दूर करने के लिए जिला स्तर पर रोजगार मेला का आयोजन तो होता लेकिन इसमें चयनित अभ्यर्थियों को अन्य राज्यों में नौकरी के लिए जाना पड़ता है. वेतनमान कम रहने के कारण कुछ दिन वहाँ नौकरी कर वापस अपने घर लौट आते है और वे फिर से बेरोजगार हो जाते हैं. होम सिकनेस की वजह से लगातार बढ़ रही बेरोजगारी को ध्यान में रखते हुए अब झारखंड सरकार स्थानीय स्तर पर निजी क्षेत्र में रोजगार देने की योजना पर काम कर रही है.
इन निजी क्षेत्र में रोजगार उपलब्ध कराने की मांगी गई नियुक्ति
देवघर में बाबा मंदिर के कारण यहाँ की पूरी अर्थव्यवस्था इसी पर टिकी है. अब तो यहाँ एयरपोर्ट, ऐम्स, प्लास्टिक पार्क,सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क सहित कई कंपनियां स्थापित हो रही है. स्थानीय निजी क्षेत्र में होटल व्यवसाय,विभिन्न तरह का मील, दुकान,रेस्टोरेंट, मॉल,सैलून इत्यादि भी स्थापित हो रहा है. इन निजी संस्थानों में स्थानीय बेरोजगारों को रोजगार उपलब्ध कराने को लेकर देवघर नियोजनालय द्वारा रिक्तियों की मांग की गई है. देवघर नियोजन पदाधिकारी प्रकाश बैठा के अनुसार लगभग 100 ऐसे विभिन्न निजी क्षेत्र के संस्था, संस्थान, प्रतिष्ठान की सूची तैयार की गई है और उनसे रिक्तियां के अनुरूप नियुक्तियों की मांग की गई है. अब इनके द्वारा उपलब्ध रिक्तियां के अनुसार बेरोजगारों को उनके स्किल के अनुसार रोजगार मुहैया कराया जाएगा.
इसी माह लगेगा मेगा रोजगार मेला
बेरोजगारों को निजी क्षेत्रों में रोजगार उपलब्ध कराने के लिए अंतराल अंतराल पर रोजगार मेला का आयोजन होते रहता है. इस मेला के माध्यम से इकछुक अपनी योग्यता के अनुसार रोजगार पा लेते हैं. बेरोजगारी के कारण इन्हें कम वेतनमान में ही अन्य राज्यों में नौकरी करने जाने से परहेज भी नही करते. लेकिन कुछ महीनों बाद यह वापस अपने घर लौट आते है. कारण है कम वेतनमान में घर से बाहर गुजारा करना मुश्किल लगने लगना. नियोजनालय द्वारा आयोजित रोजगार मेला में नियुक्तियां पाने वाले बेरोजगारों की जब विभाग द्वारा खोज खबर ली जाती है तो तब पता चलता है कि वो नौकरी छोड़ कर घर चला गया. इसे एक गंभीर समस्या मानते हुए झारखंड सरकार ने स्थानीय स्तर पर रोजगार उपलब्ध कराने की योजना बनाई और इसी के तहत देवघर में दो दिवसीय मेगा रोजगार मेला का आयोजन इसी माह 27 या 28 जून को कराने का निर्णय लिया गया है.
दो दिवसीय मेला में एक दिन देवघर में लगेगा और दूसरा दिन मधुपुर में
किसी भी राज्य में सरकार उद्योग को बढ़ावा दे तो वहाँ बेरोजगारी न के बराबर हो सकती है. लेकिन देवघर में इंडस्ट्रियल एरिया तो है लेकिन कल कारखने बिना सब सुना है. अगर इस ओर सरकार सकारात्मक पहल नही उठाएगी तो इसी तरह छोटे छोटे दुकान,होटल,मील,नर्सिंग होम,मॉल में ही रोजगार की तलाश करती रहेगी.
रिपोर्ट: रितुराज सिन्हा
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