दुमका(DUMKA): वर्ष 2022 बिदा होने वाला है. वर्ष 2023 के स्वागत के लिए लोग तैयार है. 2022 में दुमका में कई ऐसी घटनाएं घटी जिसने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दुमका वासियों के सर शर्म से झुका दिया.
वर्ष 2022 की शुरुआत में छिटपुट आपराधिक घटनाएं होती रही. बाइक चोरी औऱ घर मे चोरी पुलिस के लिए सिरदर्द बना रहा. कुछ घटनाओं का उद्भेदन हुआ तो बहुत सी घटनाएं फ़ाइल में ही दम तोड़ रही है. आत्महत्या, दुर्घटना और सड़क जाम आम बात रही. लेकिन अगस्त से दिसंबर तक दुमका पूरी तरह अशांत रहा.
एक के बाद एक लगातार होता रहा पेट्रोल कांड
अगस्त महीने में पेट्रोल कांड की घटना ने लोगों को झकझोर कर रख दिया. नगर थाना क्षेत्र में शाहरुख नामक सिरफिरे आशिक ने एकतरफा प्यार में अंकिता सिंह नामक नाबालिग पर पेट्रोल छिड़ककर आग लगा दी. एक सप्ताह तक जिंदगी और मौत से जूझने के बाद रिम्स में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी. अंकिता की मौत के बाद जमकर बवाल हुआ. घटना पर राजनीतिक रोटी सेंकी गयी. घटना को लव जेहाद से जोड़कर देखा गया. अंकिता की मौत का मामला शांत भी नहीं हुआ था कि जरमुंडी में पेट्रोल कांड की पुनरावृत्ति हो गयी. वहां भी एकतरफा प्यार में सनकी शादी शुदा आशिक ने एक युवती के ऊपर पेट्रोल छिड़क कर आग लगा दी. इलाज के दौरान उसकी भी मौत हो गयी. जिले में पेट्रोल कांड एक ट्रेंड का रूप लेने लगा. प्रशासनिक स्तर पर बोतल में पेट्रोल बेचने पर पाबंदी भी लगाई गई. इसी बीच गोपीकांदर प्रखंड में पेट्रोल कांड की तीसरी घटना घटी. जहां पति ने पत्नी के ऊपर पेट्रोल छिड़क कर आग लगा दी. इस तरह जिले की तीन बेटियों को पेट्रोल कांड में अपनी जान गवानी पड़ी. प्रशासनिक कार्यशैली पर भी सवाल खड़े हुए. जन आंदोलन हुआ, लेकिन प्रशासन ने बड़ी सूझ-बूझ से हालात को काबू में रखा.
आदिवासी किशोरी को उसके प्रेमी ने मार कर पेड़ पर लटका दिया
बात यहीं समाप्त नहीं हुई. रानीश्वर थाना क्षेत्र की एक आदिवासी किशोरी को उसके प्रेमी ने श्री अमडा में मार कर पेड़ पर फांसी के फंदे पर लटका दिया. यहां भी आरोपी समुदाय विशेष का निकला. वहीं तालझारी थाना क्षेत्र में जली हुई अवस्था मे एक महिला का शव बरामद किया गया. उस वक्त तो वह अज्ञात थी लेकिन जब घटना का उद्भेदन हुआ तो आरोपी ने स्वीकार्य किया कि हत्या के बाद पेट्रोल छिड़क कर आग लगाई गई. वहीं मुफस्सिल थाना क्षेत्र में भी जली हुई अवस्था मे एक महिला का शव बरामद किया गया, जो आज भी अज्ञात ही है.
इतना ही नहीं साल के जाते-जाते केंद्रीय कारा जैसे सुरक्षित माने जाने वाले जगह पर अपराधियों ने गोलीबारी की घटना को अंजाम देकर अपराधियों ने पुलिस के समक्ष कड़ी चुनोती पेश की. वैसे इस घटना को अंजाम देने वाले अपराधी को कल ही धनबाद पुलिस ने धनबाद से गिरफ्तार कर दुमका पुलिस को राहत पहुंचाई है.
पुलिसवाले भी नहीं रहे सुरक्षित
वर्ष 2022 में उपराजधानी में कानून के रखवाले भी सुरक्षित नहीं रहे. रामगढ़ थाना में पदस्थापित जिला पुलिस बल के एक जवान को अपराधियों ने एसपी आवास के समीप गोली मार कर घायल कर दिया. वहीं पुलिस लाइन में घुस कर असामाजिक तत्वों ने एक जवान की बेरहमी से पिटाई कर दी. दोनों ही मामलों में पुलिसिया अनुसंधान शून्य ही रहा.
खैर जैसे तैसे वर्ष 2022 तो बीत गया, उम्मीद की जानी चाहिए कि नए वर्ष में जिले शांति, अमन और चैन कायम रहे.
रिपोर्ट: पंचम झा, दुमका
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