हजारीबाग(HAZARIBAGH): झारखंड में मादक पदार्थों की तस्करी का बड़ा नेटवर्क काम कर रहा है.पिछले दिनों कई ऐसे तस्कर गिरोह पुलिस की पकड़ में आए हैं, जिनसे यह प्रतीत होता है कि झारखंड में नशे के सौदागर काफी सक्रिय हो गए हैं. राजधानी रांची से लेकर सुदूरवर्ती इलाकों में भी यह नेटवर्क काम कर रहा है. पाकुड़ हो या साहिबगंज हो या फिर गुमला, लोहरदगा, हजारीबाग जैसी जगहों से यह खबर आ रही है. चतरा तो इसका एक प्रमुख स्थान बना हुआ है. चतरा, खूंटी और रांची में अफीम की खेती बड़े स्तर पर हो रही है. पुलिस का कभी-कभार ऐसे गिरोह को धर दबोचाने में सफल होती है.
तीन तस्कर गिरफ्तार
ताजा मामला हजारीबाग से आया है जहां पुलिस ने कोर्रा थाना क्षेत्र के जबरा से तीन तस्कर को गिरफ्तार किया है. इनके पास से 3 किलो ग्राम अफीम बरामद किया गया है. गिरफ्तार किए गए लोगों से पुलिस पूछताछ कर रही है. पुलिस अधीक्षक मनोज रतन चोथे ने बताया कि इसके नेटवर्क को खंगालने का प्रयास किया जा रहा है. गिरफ्तार किए गए लोगों से मिली जानकारी के आधार पर कुछ और लोगों को पकड़ने के लिए छापेमारी की जा रही है. अंतरराष्ट्रीय बाजार में अफीम की कीमत अलग-अलग होती है. एक किलो अफीम की कीमत किसी स्थान पर 10 लाख रुपए से लेकर 50 लाख रुपए तक होती है. फिलहाल हजारीबाग में तीन लोगों के पास से बरामद अफीम की कीमत लगभग एक करोड़ रुपए भी हो सकती है.
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