सीआईडी की तीन सदस्यीय कमेटी करेगी मोमेंटम झारखंड घोटाले की जांच, रघुवर दास की बढ़ सकती हैं मुश्किलें


रांची(RANCHI): राज्य में इन दिनों जहां खनन लीज मामले में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की मुश्किलें बढ़ी हुई हैं तो वहीं पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास की भी मुश्किलें बढ़ने वाली हैं. ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि मोमेंटम झारखंड घोटाले की जांच के लिए सीआईडी की तीन सदस्यीय टीम की गठित की गई है. इस टीम में एक डीएसपी, एक इंस्पेक्टर और एक सब इंस्पेक्टर को शामिल किया गया है. सीआईडी के आईजी इस टीम को लीड कर रहे हैं.
घोटाले का लगा है आरोप
बता दें कि 2017 में मोमेंटम झारखंड का आयोजन किया गया था. उस समय रघुवर दास राज्य के मुख्यमंत्री थे. इस आयोजन के दौरान घोटाले का आरोप है. आरोप लगाया गया है कि मोमेन्टम झारखंड के तहत जिन 11 कंपनियों के साथ करार हुआ था, उन कंपनियों का गठन आयोजन के कुछ महीने पहले ही हुआ था. आरोप है कि मोमेन्टम झारखंड का लाभ लेने के लिए ही इन कंपनियों को बनाया गया था. मोमेन्टम झारखंड में 238 एमओयू हुए थे, इनमें से 13 एमओयू विदेशी कंपनियों, 74 एमओयू झारखंड की कंपनियों और शेष एमओयू अन्य राज्यों की कंपनियों से हुए. इसमें भी आरोप है कि केवल 25 एमओयू में से 22 कंपनियों को 350 एकड़ जमीन आवंटित की गई.
बजट 8.5 करोड़ से बढ़ाकर 100 करोड़ किया गया
मोमेन्टम झारखंड घोटाले की शिकायत जनवरी 2020 में एसीबी से की गई थी. इसमें बताया गया था कि शुरुआत में मोमेन्टम झारखंड का बजट मात्र 8.5 करोड़ रुपए था. मगर, रघुवर सरकार ने इस बजट को बढ़ा कर 100 करोड़ रुपए कर दिए गए. इसमें आरोप लगाया गया था कि इसके नाम पर पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास के बेटे और अन्य लोगों ने सैर-सपाटे किए. अब जब सीआईडी ने जांच के लिए टीम गठित कर दी है. तो कयास लगाये जा रहे है कि जल्द ही इस मामले में सीआईडी इससे जुड़े लोगों से पूछताछ कर सकती है. इससे पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास की मुश्किलें बढ़ने की संभावना है.
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