बाइक एंबुलेंस उड़ा ले गए चोर, मरीज बैठे रहे राम भरोसे,जानिए मामला


गोड्डा (GODDA) - अमूमन चोरी की अलग-अलग तरह की घटनाएं आपने सुनी और देखीं होंगी. लेकिन आज जो हम आपको बताने जा रहे हैं वो न तो आपने पहले कभी सुनी होंगी और न ही झारखण्ड में कभी किसी ने देखी होंगी. जिला में चोर बेखौफ ऐसे ही अजीबो गरीब चोरी की घटना को अंजाम दे रहे हैं बता दें कि चोर जिला मुख्यालय स्थित पुराने प्रथम चिकित्सा पदाधिकारी (CMO)कार्यालय में रखी हुई बाईक एम्बुलेंस से ट्राली खोल बाईक लिए फरार हो गए. घटना प्रकाश में तब आया जब गुरुवार को नगर थाना में CMO कार्यालय की तरफ से चोरी की घटना को दर्ज करवाया गया.
मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य विभाग को सौंपा था बाइक एंबुलेंस
चोरी हुई बाइक एम्बुलेंस उन 4 बाइक एम्बुलेंस में से एक है जिसे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की तरफ से स्वाथ्य विभाग को सौंपा गया था. हेमंत सोरेन मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के दो दिन बाद ही पहली बार अपने विधानसभा क्षेत्र सुन्दरपहाड़ी में विकास मेले में शिरकत करने आये थे और 4 एम्बुलेंस को स्वास्थ्य विभाग को सौंपा था. ताकि उनके ही बरहेट विधानसभा क्षेत्र के पहाड़ी और दुर्गम इलाकों में बाईक एम्बुलेंस से मरीजों को त्वरित सवास्थ्य सुविधाएं मुहैय्या कराई जा सके.
एक वर्ष तक CS कार्यालय में भी पड़ी रही बाईक एम्बुलेंस
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के बाईक एम्बुलेंस स्वास्थ्य विभाग को सौंपे जाने के बाद दो एम्बुलेंस को बोआरीजोर और सुन्दर पहाड़ी भेजा गया. मगर दो बाईक एम्बुलेंस लगभग एक वर्ष से ज्यादा समय तक सिविल सर्जन (CS ) कार्यालय की शोभा बढ़ाती रही थी .मीडिया कर्मियों के सवाल उठाये जाने के बाद तत्कालीन सिविल सर्जन ने इसे उठवाकर पुराने CMO कार्यालय में रखवा दिया गया था और तब से ये वहीं पड़ा हुआ था .
सिर्फ एक रात्रि प्रहरी के भरोसे था CMO कार्यालय
पुराने CMO कार्यालय को स्थानान्तरित करके दूसरी जगह ले जाया गया. मगर कुछ कीमती सामान वहीं छोड़ दिया गया. जिसमें ये दो बाईक एम्बुलेंस भी शामिल था. इसकी रखवाली के लिए एक निजी रात्रि प्रहरी को रखा गया था. ये प्रहरी रात में कभी कभी आकर सोता था.चोरी की घटना पर नगर थाना प्रभारी मुकेश पाण्डेय स्वयं जांच में जब वहां पहुंचे तो घटनास्थल का निरिक्षण के बाद बोले ,ये घटना आज या कल की नहीं है ,हो सकता है इन्हें आज ही जानकारी मिली हो.
रिपोर्ट: अजीत सिंह, गोड्डा
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