टीएनपी डेस्क (TNP DESK) : दुर्गा पूजा समाप्त हो गया है. इस बार बड़े धूमधाम और विधि विधान से मनाया गया. बिहार और झारखंड में तो दुर्गा पूजा को सबसे बड़ा त्यौहार माना जाता है. देवी के आगमान से लेकर विदाई तक भक्ति का माहौल इस कदर दिखा जैसे मानो सभी खुशी से झूम रहे हो. क्या बच्चे, बूढे औऱ महिलाएं सभी मां दुर्गा की अराधान में लीन दिखे. देवी को विराजने के लिए उनका दरबार बड़ी खूबसूरती से सजाया गया. झारखंड की राजधानी रांची में भी दुर्गा पूजा के पंडाल की खूब चर्चा रही. अलग-अलग थीम के भव्य पंडाल तैयार किया गया. इस बार भी पूजा पंडालों पर तकरीबन 1 अरब रुपए खर्च किए गए . राजधानी रांची के नगर निगम क्षेत्र में इस बार 178 पूजा पंडाल बन रहें हैं, जिसपर 100 करोड़ रुपए लगने की बात कही जा रही है.
बकरी बाजार
बकरी बाजार का पूजा पंडाल काफी चर्चा में रहा. लोगों ने इसे काफी पसंद किया. ये पंडाल महाभारत के चक्रव्यूह के आधारित थीम पर बनाया गया था. इसे बनने में लगभग 70 लाख रुपए की लागत लगी. यहाँ माता रानी की प्रतिमा के नीचे फर्श पर एक बड़ा शीशा लगाया गया. जहां श्रद्धालु की झलक दिख रही थी और पूरे पंडाल की साज-सज्जा उस शीशे में नजर आई. सबसे खास बात तो ये कि इस पंडाल का रंग दिन में तीन बार बदल रहा था. सुबह में अलग होगा था तो दोपहर में अलग.
हरमू पंच मंदिर
इसके बाद बारी आती है हरमू पंच मंदिर दुर्गा पूजा समिति के पंडाल की. जो श्री नारायण मंदिर अहमदाबाद के तर्ज बनाया गया था. जिस पंडाल पर 50 लाख रुपए खर्च किए गए. इस पंडाल में देवी माँ के दर्शन के साथ-साथ 12 ज्योतिर्लिंग के भी दर्शन कराए गए . यहाँ सभी का स्वरूप तैयार किया गया था. इस पंडाल में अद्भभूत कलाओं का संगम देखा गया. इसके गुंबद उदार राजा की कहानी बयां करी गई. पंडाल का पूरा चरित्र लोक कला का था, जो कृषि अर्थव्यवस्था को दर्शा रहा था. आकलन करेंगे तो लगेगा कि ग्रामीण परिवेश की चादर पंडाल से उतारा जा रहा है और शहरी व्यवस्था की ओर कदम रख रहा है.
आर आर स्पोर्टिंग क्लब
तीसरे नंबर पर आर आर स्पोर्टिंग क्लब का पूजा-पंडाल है. जो भगवान बुद्ध की जीवन यात्रा पर आधारित रही. जिसे बनाने में 42 लाख रुपए खर्च किए है. रातु रोड स्थित आर.आर स्पोर्टिंग क्लब ने इस बार भी पूजा पंडाल अलग थीम पर बनाई गई. इस बार बैंकुठधाम औऱ पुनर्जन्म के विषय पर पंडाल का निर्माण किया गया. जिसकी ऊंचाई 65 फीट है. इस भव्य पंडाल का थीम ही ऐसा है कि हर कोई इसका मुरीद हो गया. क्योंकि पैसे के पीछे दौड़ती-भागती इस दुनिया में रिश्ते-नाते औऱ नजदीकीयां भी कोई काम नहीं आती है. लिहाजा, इस पंडाल में पुर्नजन्म औऱ अच्छे कर्म की व्याख्या की गई.
रांची रेलवे स्टेशन दुर्गा पूजा समिति
चुटिया के रांची रेलवे स्टेशन दुर्गा पूजा समिति का पंडाल भी इस बार खास थीम पर बनाया गया. जिसमे बेटी पढ़ाओं, बेटी बचाओ का संदेश दिया गया. यह पंडाल 20 फीट चौड़ा, 100 फीट लंबा और 30 फीट ऊंचा होगा. इसमे 25 हजार पलास्टिक के बॉल, थर्माकोल औऱ फाइबर का इस्तेमाल किया गया. इसके मुख्य दरवाजे पर लोहे से निर्मित 20 फीट की घड़ी लगाई गई. इसके पीछे वजह ये बताई गई कि अगर मां नहीं रहेगी तो सृष्टि का विकास रुक जाएगा. इसी घड़ी के नीचे मां भवानी की मूर्ति लगाई गई. पंडाल के अंदर मां की 12 फीट ऊंची मूर्ति का निर्माण किया गया.
चन्द्रशेखर आजाद पूजा समिति
महात्मा गांधी रोड के अल्बर्ट एक्क चौक के पास चन्द्रशेखर आजाद पूजा समिति की तरफ से इस बार भी बेहद खास 33 फीट ऊंचा पंडाल बनाया गया. जिसकी लागत तकरीबन 30 लाख रुपए थी. इसमे देवलोक जैसा नजारा था. इसके साथ ही भारत के मानचित्र में भारत माता की प्रतिमा भी विराजमान किया गया और इसके दाएं भाग में गंगा आरती का भव्य नजारा भी देखने को मिला.
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