टीएनपी डेस्क(TNP DESK): झारखंड की राजनीति में एक बड़ा फेरबदल होने की संभावना है. बीजेपी के एक बड़े नेता की झामुमो में वापसी होने जा रही है. यह नेता एक समय में झामुमो के कद्दावर नेता थे, लेकिन किसी कारणवश पार्टी के नीति से खफा होकर इन्होंने बीजेपी ज्वाइन कर ली थी. मगर, अब माना जा रहा है इनकी दोबारा झामुमो में वापसी हो रही है. हम बात कर रहे हैं राजमहल सीट से बीजेपी के उम्मीदवार रहे हेमलाल मुर्मू की.
सीएम हेमंत से हेमलाल मुर्मू ने की मुलाकात
बता दें कि बीते दिन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन साहिबगंज दौरे पर थे. साहिबगंज के पतना में धनपुर स्थित आवास पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से हेमलाल मुर्मू ने मुलाकात की. एक बंद कमरे में दोनों के बीच काफी देर तक बातचीत चली. सूत्र बताते हैं कि हेमलाल मुर्मू कि जल्द ही झामुमो में वापसी हो सकती है. इस मुद्दे को लेकर दोनों नेताओं के बीच पॉजिटिव बातचीत हुई है. अगर ऐसा होता है तो 7 सालों के बाद हेमलाल मुर्मू वापस झामुमो में होंगे.
एक समय में झामुमो के कद्दावर नेता थे हेमलाल मुर्मू
बता दें कि एक समय में हेमलाल मुर्मू झामुमो के कद्दावर नेता रहे थे. वाम राजनीति में सक्रिय रहे हेमलाल मुर्मू 2014 तक झामुमो में काफी चर्चित रहे थे. वह पहली बार 1990 में झामुमो के टिकट पर चुनाव लड़े थे. बरहेट विधानसभा से उन्होंने यह चुनाव जीता था. उसके बाद 1995, 2000 और 2009 में भी वहां का प्रतिनिधित्व करते रहे. इस क्रम में वे झामुमो कोटे से राज्य सरकार में दो बार मंत्री भी रहे. इसी बीच 2004 में उन्होंने पार्टी के टिकट पर लोकसभा चुनाव भी लड़ा. राजमहल सीट से झामुमो के टिकट पर वे सांसद चुने गए. फिर 2014 में कुछ हुआ जिसके बाद उन्होंने झामुमो छोड़कर भाजपा का दामन थाम लिया. इसके बाद उन्होंने भाजपा के टिकट पर दो लोकसभा चुनाव लड़ा. दोनों ही चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा. लेकिन उनके बीजेपी में शामिल होने के बाद बीजेपी को काफी फायदा हुआ. 2014 और 2019 में चुनाव में वे भले ही हार गए हो लेकिन राजमहल सीट पर यह बीजेपी का सबसे अच्छा प्रदर्शन रहा था.
इधर बताया जा रहा है कि हेमलाल मुर्मू पिछले कई महीनों से बीजेपी के कार्यक्रम से दूर रह रहे हैं. सूत्र बताते हैं कि हेमलाल मुर्मू और हेमंत सोरेन के बीच चाचा भतीजे का रिश्ता है. पिछले कई कार्यक्रम में दोनों की मुलाकात होती रही है.
कब होगी हेमलाल मुर्मू की झामुमो में वापसी
हेमलाल मुर्मू की झामुमो में वापसी कब होगी. इस पर भी बताया जा रहा है कि आने वाले दो मौकों पर वे पार्टी में शामिल हो सकते हैं. पहला मौका हो सकता है 2 फरवरी को झामुमो का स्थापना दिवस समारोह में जो दुमका में होगा. दूसरा मौका है 11 अप्रैल को हो सकता है, जब भोगनाडीह में सिदो कान्हो जयंती समारोह का आयोजन होगा. मान के चला जा रहा है कि कुछ दिनों में इस पर से तस्वीर साफ हो जाएगी.
लोबिन हेंब्रम का कटेगा टिकट
हेमलाल मुर्मू कि झामुमो में वापसी के बाद यह भी सवाल उठ रहा है कि उन्हें किस सीट से झामुमो टिकट देगी. ऐसे में बताया जा रहा है कि पार्टी में लंबे समय से नाराज चल रहे वरिष्ठ नेता और बोरियो विधायक लोबिन हेंब्रम की जगह पर उन्हें पार्टी मौका दे सकती है. काफी लंबे समय से लोबिन हेंब्रम और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के बीच रिश्ते ठीक नहीं चल रहे हैं. पिछले 1 साल में लगातार लोबिन हेंब्रम अपने ही सरकार के खिलाफ हमलावर रहे हैं. नियोजन नीति, स्थानीय नीति, अवैध खनन को लेकर लोबिन हेंब्रम ने सीएम हेमंत की जमकर आलोचना की. ऐसे में संभावना है कि अगले चुनाव में झामुमो लोबिन को टिकट ना दे. बीच में यह भी खबर आई है कि लोबिन हेंब्रम जल्द ही भाजपा का दामन थाम सकते हैं.
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