रांची (RANCHI) : झारखंड कर्मचारी चयन आयोग यानी JSSC के द्वारा CGL परीक्षा का परिणाम घोषित कर दिया गया है. पिछले सितंबर महीने में इस परीक्षा का आयोजन किया गया था. 2 दिनों तक यह परीक्षा हुई थी. कुछ दिन पूर्व इसका रिजल्ट भी प्रकाशित कर दिया गया. जबकि, इस परीक्षा में धांधली की बात की जा रही थी. छात्र संगठन हो या फिर अभ्यर्थियों के समूह के द्वारा इस परीक्षा में कथित रूप से पेपर लीक या भ्रष्टाचार के आरोप लगाए गए थे. इसको लेकर 15 दिसंबर को रांची स्थित जेएसएससी मुख्यालय के समक्ष आंदोलन है.
JSSC मुख्यालय के समक्ष प्रदर्शन को रोकने के लिए हजारीबाग पुलिस ने क्या किया
हजारीबाग में जेएसएससी सीजीएल परीक्षा को रद्द करने की मांग को लेकर बड़ी संख्या में छात्र अभ्यर्थी रांची आने वाले हैं. 2 दिन पूर्वी यहां पर रिजल्ट के खिलाफ प्रदर्शन भी हुआ है. लाठी चार्ज भी किया गया. हजारीबाग के छात्र परीक्षा के बाद और अभी रिजल्ट के बाद सबसे ज्यादा आंदोलित हैं.
15 दिसंबर को रांची में जेएसएससी मुख्यालय के समक्ष प्रदर्शन को रोकने के लिए हजारीबाग पुलिस ने छात्र नेताओं को भरसक रोकने का प्रयास किया है. आंदोलन के दौरान चिन्हित छात्र नेताओं को हजारीबाग जाने से रोकने के लिए पुलिस ने सभी थाना प्रभारियों को अलर्ट किया. हजारीबाग के पुलिस अधीक्षक अरविंद सिंह ने ऊपर के आदेश के आलोक में सभी संबंधित थाना प्रभारी को रांची कूच करने वाले छात्र नेता और छात्रों के समूह को रोकने का निर्देश दिया था. छात्र नेताओं को वही रोकने के लिए बैल बॉन्ड भरवाने का भी निर्देश दिया गया.
भाजपा ने दे रखा है छात्र आंदोलन को समर्थन
भाजपा ने छात्रों के इस आंदोलन को समर्थन दिया है. यह समर्थन पहले भी दिया गया था और अभी भी दिया जा रहा है. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के द्वारा इस परीक्षा में गड़बड़ी की सीआईडी जांच के जो आदेश दिए गए हैं वह झूठा है. आजसू ने भी यह छात्रों के आंदोलन को समर्थन दिया है. 15 दिसंबर को रांची में नामकुम स्थित जेएसएससी मुख्यालय के समक्ष प्रदर्शन का किस प्रकार से प्रभाव होता है, यह देखना होगा. बड़ी संख्या में छात्रों के रांची पहुंचने की सूचना है.
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