धनबाद(DHANBAD) : धनबाद विधानसभा सीट को लेकर कांग्रेस में भी राजनीति चरम पर है. यह अलग बात है कि थोड़ी महीन राजनीति चल रही है. लेकिन यह महीन राजनीति कभी-कभी विस्फोटक भी हो जा रही है. इसके बाद तो पर्दे के पीछे के चेहरे बेनकाब हो जा रहे है. धनबाद सीट को लेकर कांग्रेस से कुल 58 दावेदार है. इन दावेदारों में कम से कम आधा दर्जन तो ऐसे हैं, जो सीरियस है. शहर में कांग्रेस के दावेदारों के बीच भी पोस्टर वार भी छिड़ा हुआ है. सब अपने-अपने ढंग से पोस्टरिंग करा रहे है. धनबाद से दिल्ली तक की दौड़ लगा रहे है. प्रदेश अध्यक्ष से लेकर झारखंड प्रभारी तक के पास अपनी उपलब्धि गिना रहे है.
धनबाद सीट के लिए कांग्रेसी "तमाशा' करने में भी पीछे नहीं है. वरीय नेताओं के सामने एक दूसरे को नंगा कर रहे है. दो दिन पहले धनबाद विधानसभा के संवाद कार्यक्रम में वरिष्ठ नेताओं के बीच अनुशासन तार-तार हुआ. बाघमारा में भी कुछ ऐसा ही हुआ. यह अलग बात है कि कार्यक्रम के धनबाद के कार्यक्रम में प्रायोजक को लेकर छिड़ा विवाद बड़ा आकार ले लिया और सुबोधकान्त सहाय जैसे वरिष्ठ कांग्रेसी नेता के सामने यह सब कुछ हुआ. देख लेने तक की धमकी दी गई.
अंदरखाने की सूचना के अनुसार जिला कांग्रेस अध्यक्ष भी कार्यक्रम को लेकर निशाने पर है. उनसे पूछा जा रहा है कि टिकट के दावेदार को कार्यक्रम का प्रायोजक क्यों और कैसे बना दिया गया. यह तो संगठन का काम था और संगठन के लोगों को ही यह काम करना चाहिए था. दरअसल, कार्यक्रम अभी शुरू ही हो रहा था कि स्वागत भाषण के लिए मयूर शेखर झा का नाम लिया गया. उनके बारे में कहा जाता है कि उन्होंने कांग्रेस से नाता तोड़ लिया है. फिर भी कांग्रेस के कार्यक्रम में पहुंच जाते है. नाम पुकारे जाने के बाद ही यूथ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अभिजीत राज गुस्से से लाल हो गए. तू-तू-मय-मय होने लगा. देख लेने की धमकी दी जाने लगी. बखेड़ा खड़ा हो गया. इस बीच कथित रूप से माइक बंद कर दी गई. फिर तो सुबोध कान्त सहाय बिना माइक के ही बोलने लगे. वह कार्यकर्ताओं को समझाने की कोशिश करते रहे.
यह अलग बात है कि संवाद कार्यक्रम में पहुंचे नेताओं ने यह कहकर अपना पल्ला झाड़ने की कोशिश की कि हंगामा यह दर्शाता है कि पार्टी जीवित है और धनबाद में कांग्रेस को अच्छा समर्थन है. संवाद कार्यक्रम में टिकट के कई दावेदार पहुंचे थे, तो बहुत संख्या में दावेदार कहीं दिखे नहीं. चर्चा प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष अजय दुबे,रवि चौधरी, नवनीत नीरज जैसे नेताओं की होती रही, उनमें से भी कोई नहीं दिखे. सूत्रों के अनुसार लगभग आधा दर्जन से अधिक उम्मीदवार धनबाद सीट को लेकर सीरियस है. जिनमें विजय कुमार सिंह, अजय दुबे ,अशोक कुमार सिंह, अभिजीत राज, रवि चौधरी, नवनीत नीरज, सुंदर यादव के नाम गिनाये जा सकते है. वैसे टिकट के बंटवारे तक राजनीति की पहिया किधर घूमेगी ,यह कहना अभी कठिन है.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो
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