रांची(RANCHI )- अधिकारी और राजनेताओं की कथित मिलीभगत से रांची में बड़ा जमीन घोटाला हुआ है. ईडी की जांच में सारी चीजें सामने आ रही है. जमीन दलाली के काम में लगे लोगों के लिए अब आफत का समय आ रहा है. वैसे तो बड़े चेहरे जेल के अंदर आज भी हैं. लेकिन आने वाले समय में और भी लोग इसकी चपेट में आएंगे. कितने लंबे तार घोटालेबाजों के हैं, अब धीरे-धीरे परत खुल रही है.
जांच में मिले अधिकांश फर्जी डीड
जमीन घोटाले की जांच सेना की जमीन कि फर्जी खरीद बिक्री मामले से शुरू हुई तो मामला धीरे-धीरे आगे बढ़ता गया और फिर यह गहरा होता जा रहा है. जमीन घोटाले से संबंधित अधिकांश दस्तावेज या कागजात फर्जी पाए गए हैं. विश्वास सूत्रों के अनुसार जांच की प्रक्रिया के अंतर्गत 60 डीड में से 39 रजिस्टर्ड डीड फर्जी पाए गए हैं.
प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी द्वारा कोलकाता रजिस्टार ऑफिस को भेजे गए डीड की जांच में सारा फर्जीवाड़ा सामने आ गया है. आरंभ में भेजे गए 3 रजिस्टर्ड डीड को कोलकाता रजिस्टार ऑफिस ने फर्जी पाया था. इसके अलावा 36 अन्य डीड भी भेजे गए,वे भी फर्जी पाए गए. इस संबंध में कोलकाता रजिस्ट्रार ऑफिस में विधिवत प्रवर्तन निदेशालय को सारी जानकारी उपलब्ध करा दी है.
अब जानिए आगे क्या हो सकता है
जमीन घोटाले से संबंधित ताजा मामले और खुलासे से उन्हें जमीन दलाल और सरकारी अधिकारियों के रात की नींद गायब हो गई है. इस मामले में कुछ सरकारी अधिकारी, कर्मचारी और जमीन दलाल फंस सकते हैं. इनके फसने के दिन आ गए हैं और ये गिरफ्तार भी हो सकते हैं. कुछ राजनीतिक चेहरे भी इस जमीन घोटाले से संबंधित लेनदेन में शामिल हैं. मालूम हो कि बरियातू में सेना की जमीन और चेशायर होम रोड में फर्जी तरीके से जमीन की खरीद-बिक्री मामले पहले ही खुल चुके हैं.फिलहाल 10 लोग जेल के अंदर हैं. रांची के पूर्व उपायुक्त निलंबित आईएएस अधिकारी छवि रंजन भी जेल में हैं. आने वाली 1 महीने में कई बड़े चेहरों के ठिकानों पर छापेमारी पड़ सकती है. मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में कई लोग गिरफ्तार हो सकते हैं, ऐसी आशंका जताई जा रही है.
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