Dumka:-दुमका जिला में आए दिन जिला मुख्यालय से लेकर प्रखंड मुख्यालय तक पीडीएस दुकान से खाद्यान्न की मांग को लेकर लाभुक प्रदर्शन करते हैं. वास्तविक अर्थ में योजना के जो हकदार हैं वो कार्यालय का चक्कर लगा रहे हैं. लेकिन इस सब के बीच कुछ ऐसे भी लाभुक बन बैठे हैं, जिन्हें कायदे से योजना का लाभ नहीं मिलनी चाहिए. लेकिन, जबरन धोखे से राशन उठाकर गरीबों का निवाला गटक रहें हैं. दुमका प्रखंड में बीडीओ सह प्रभारी प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी की जांच में इसका खुलासा हुआ है।
जांच में खुलासा
दुमका प्रखंड के रामपुर गांव का ऐसा ही मामला सामने आया. डीसी के निर्देश पर बीडीओ राजेश कुमार सिन्हा ने दो राशन कार्ड का भौतिक सत्यापन किया. रामपुर गांव के ही दिलीप गोराई, पिता स्व० फटिक चन्द्र गोराई की पत्नी माला देवी के नाम से राशन कार्ड की जांच की गई. दिलीप गोराई के पुत्र सपन गोराई ने बताया कि अगस्त 2023 तक खाद्यान्न का उठाव किया गया है. दिलीप गोराई के मकान के सत्यापन के बाद पाया कि दो मंजिला काफी बड़ा मकान बना हुआ है. मकान के नीचे कई दुकानें भी संचालित हो रही है.
वहीं दिलीप गोराई के भाई परिमल गोराई की मां सुभद्रा गोराई के नाम से बने राशन कार्ड की भी जाँच की गई. सत्यापन के दौरान परिमल गोराई द्वारा बताया गया कि अगस्त 2023 तक खाद्यान्न का उठाव किया गया है. इनका मकान भी दिलीप गोराई के मकान से सटा हुआ दो मंजिला बड़ा मकान है और मकान के नीचे इनका भी दुकान है.
सक्षम लोग उठा रहे सरकारी राशन
जांच के दौरान इस संबंध में पूछताछ करने पर दिलीप गोराई के पुत्र सपन गोराई और सुभद्रा गोराई के पुत्र परिमल गोराई की और से बताया गया कि ऐसे कई लोग हैं, जो सक्षम है. लेकिन, राशन कार्ड पर खाद्यान्न का उठाव कर रहे है. जांच से स्पष्ट है कि राशन कार्डधारी माला देवी तथा सुभद्रा गोराई द्वारा झारखण्ड लक्षित जन वितरण प्रणाली (नियंत्रण) आदेश 2022 के नियम 4 (iii) का उल्लंघन कर खाद्यान्न का उठाव किया जा रहा है. इसलिए दोनों राशन कार्ड को रद्द करने के साथ-साथ झारखण्ड लक्षित जन वितरण प्रणाली (नियंत्रण) आदेश 2022 के नियम 7 (ii) के तहत खाद्यान्न उठाव की तिथि से ब्याज सहित खाद्यन्न की वसूली करने की अनुशंसा जिला आपूर्ति पदाधिकारी से किया गया।
यहां सवाल उठ रहा है कि सरकार की किसी भी योजना का लाभ लेने के लिए कई मानदंडों पर खरा उतरना पड़ता है. सरकारी कर्मी और अधिकारियों के जांच के बाद ही योजना का लाभ दिया जाता है. लेकिन, हाल के दिनों में ऐसे कई मामले सामने आए है. जहां सरकारी सेवक से लेकर सुखी सम्पन्न लोग भी राशन का उठाव कर रहे थे. जिनका कार्ड रद्द करते हुए जुर्माना वसूला गया है. आखिर किसकी लापरवाही से ऐसे लोगों का राशन कार्ड निर्गत हुआ, उसके खिलाफ भी कार्रवाई होनी चाहिए.
रिपोर्ट-पंचम झा
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